जातीय जनगणना के निर्णय पर युवा जदयू भोजपुर ने निकाला उत्सव मार्च, अबीर, मिठाई और पटाखों के साथ मनाया जश्नरिपोर्ट

तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर: केंद्र सरकार द्वारा देशभर में जातीय जनगणना कराने के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए बिहार के भोजपुर जिले के आरा में युवा जनता दल यूनाइटेड (युवा जदयू) कार्यकर्ताओं ने बड़े ही उत्साह और उल्लास के साथ उत्सव मार्च निकाला। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को अबीर लगाकर, मिठाई खिलाकर और पटाखे फोड़ कर जश्न मनाया। कार्यक्रम स्थल उत्सव के रंगों से सराबोर नजर आया।
इस उत्सव मार्च की अध्यक्षता युवा जदयू भोजपुर जिला अध्यक्ष मोनू यादव ने की। उन्होंने केंद्र सरकार के इस निर्णय को भारत की राजनीति में सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक विजय बताया। उन्होंने कहा, “जिस जातीय जनगणना की शुरुआत हमारे माननीय मुख्यमंत्री एवं बिहार के विकास पुरुष श्री नीतीश कुमार ने की थी, अब वही नीति पूरे देश के लिए मार्गदर्शक बन रही है। यह इस बात का प्रमाण है कि जब सरकारें जनभावनाओं के साथ जुड़ती हैं, तब वास्तविक बदलाव संभव होता है।”
जदयू भोजपुर जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कहा कि यह निर्णय केवल एक आंकड़ों की गणना नहीं है, बल्कि यह देश के करोड़ों वंचित, पिछड़े और शोषित वर्गों की पहचान और उनके अधिकारों की स्वीकृति की दिशा में एक ठोस कदम है।
जदयू प्रदेश सचिव एवं ब्रह्मपुर विधानसभा प्रभारी प्रिंस सिंह बजरंगी ने अपने संबोधन में कहा, “यह निर्णय सामाजिक न्याय की नींव को और अधिक मजबूत करेगा। यह आंकड़े नीति निर्धारण में सटीकता लाएंगे, जिससे योजनाओं का लाभ वंचितों तक बेहतर तरीके से पहुंच सकेगा।”
वहीं युवा जदयू भोजपुर जिला उपाध्यक्ष अमित कुशवाहा ने इसे एक दूरदर्शी और साहसिक फैसला बताया। उन्होंने नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा, “जिस सामाजिक न्याय की परिकल्पना बिहार में की गई थी, अब वह राष्ट्र नीति का हिस्सा बन रही है।”
युवा जदयू प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी बाबू अभिनाश सिंह कुशवाहा ने कहा, “अब समय है कि आंकड़ों के आधार पर योजनाएं बनें, हर वर्ग को उसके प्रतिनिधित्व का अधिकार मिले और लोकतंत्र में सभी की आवाज़ सुनी जाए। जातीय जनगणना के ज़रिए हमें एक समावेशी समाज की ओर बढ़ने का अवसर मिलेगा।”
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य प्रमुख कार्यकर्ताओं में प्रखंड अध्यक्ष विनय यादव, संजय सिंह, गिद्दिक कुशवाहा, रमेश कुशवाहा, अमरजीत यादव, राजू यादव, रिकेश कुमार, रविन्द्र कुमार, सुशील कुमार, शिवशंकर कुमार, आजाद कुमार, मुरलीमनोहर शर्मा, रविन्द्र कुमार यादव, तारकेश्वर यादव, सैफ अख्तर, अनुज सिंह यादव, प्रशांत कुमार और रशीद खान सहित दर्जनों युवा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पूरे जिले में इस कार्यक्रम को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। युवाओं में उम्मीद की नई किरण जगी है कि यह निर्णय उन्हें उनके अधिकार दिलाने और समानता की दिशा में देश को मजबूती से आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।
इस ऐतिहासिक क्षण ने भोजपुर के युवाओं में नई ऊर्जा का संचार किया है, जो सामाजिक न्याय और समता पर आधारित भारत के निर्माण की दिशा में एक सार्थक कदम है।