पाकिस्तान फिर करने लगा “सबूत मांगने” का ड्रामा! इशाक डार बोले- ‘अगर पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान है, तो सबूत दें’

नई दिल्ली/इस्लामाबाद।
एक बार फिर पाकिस्तान ने अपने पुराने रटे-रटाए बयान की पुनरावृत्ति करते हुए भारत से पहलगाम आतंकी हमले पर “पुख्ता सबूत” मांगे हैं। इस हमले में कई निर्दोष नागरिक और सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। भारत ने हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ बताया, लेकिन पाकिस्तान सरकार और उसके मंत्री अब एक बार फिर “सबूत दिखाओ” की रट लगाकर सच्चाई से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

इशाक डार ने दिया विवादित बयान

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने मीडिया से बात करते हुए कहा:

अगर भारत यह दावा कर रहा है कि पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, तो उसे सबूत पेश करने चाहिए। बिना किसी प्रमाण के पाकिस्तान पर आरोप लगाना गलत है।”

इस बयान के बाद भारत में गुस्से की लहर दौड़ गई है। लोगों ने इसे आतंकियों को बचाने की कोशिश बताया है।

भारत का कड़ा जवाब – “अब सबूत नहीं, कार्रवाई चाहिए”

भारत के सुरक्षा विश्लेषकों और सरकारी सूत्रों ने पाकिस्तान के बयान को खारिज करते हुए कहा है कि:

हर बार पाकिस्तान सबूत मांगता है, लेकिन जब भारत सबूत देता है, तब वो उसे नकार देता है या नजरअंदाज कर देता है। आतंकवाद के खिलाफ अब शब्दों की नहीं, सख्त कार्रवाई की जरूरत है।”

पहलगाम आतंकी हमला – पूरी कहानी

दिनांक 7 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 5 सुरक्षाकर्मी और 3 आम नागरिक शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली, जिसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और ISI से जुड़ा माना जाता है।

भारतीय एजेंसियों को घटनास्थल से पाकिस्तान निर्मित हथियार और संचार उपकरण मिले, जिनसे साफ होता है कि आतंकियों को पाकिस्तान से निर्देश मिल रहे थे। खुफिया रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हमलावरों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में ट्रेनिंग दी गई थी।

भारत करेगा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मुद्दा उठाने की तैयारी

सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत अब इस हमले और पाकिस्तान की भूमिका को लेकर संयुक्त राष्ट्र और FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) में मुद्दा उठाने की तैयारी कर रहा है। भारत चाहता है कि पाकिस्तान को एक बार फिर ग्रे लिस्ट में डाला जाए और उस पर सख्त वैश्विक प्रतिबंध लगाए जाएं।

सोशल मीडिया पर गुस्सा – “आतंकी भेजते हो, फिर सबूत मांगते हो?”

इशाक डार के बयान के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की तीखी आलोचना हो रही है। लोग कह रहे हैं कि:

“हर बार आतंकियों को भेजते हैं, और जब पकड़े जाते हैं तो सबूत मांगते हैं – यही है पाकिस्तान की नीति।”


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