सुलतानपुर डकैती कांड में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। एक लाख रुपये के इनामी बदमाश अनुज प्रताप सिंह को लखनऊ एसटीएफ और उन्नाव पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। यह एनकाउंटर उन्नाव जिले में हुआ, जहां अनुज प्रताप सिंह पिछले कुछ समय से पुलिस की नजरों से बचता फिर रहा था।
डकैती कांड का मुख्य आरोपी
सुलतानपुर जिले में हुए डकैती कांड ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। अनुज प्रताप सिंह इस मामले का मुख्य आरोपी था और पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
एनकाउंटर की पूरी घटना
सूत्रों के अनुसार, लखनऊ एसटीएफ और उन्नाव पुलिस की टीम को सूचना मिली थी कि अनुज प्रताप सिंह उन्नाव में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके को घेर लिया और उसे आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया। लेकिन अनुज ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
पुलिस की बड़ी उपलब्धि
सुलतानपुर डकैती कांड के बाद पुलिस पर लगातार दबाव था कि वह आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ें। इस एनकाउंटर को पुलिस की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
अनुज प्रताप सिंह का आपराधिक इतिहास
अनुज प्रताप सिंह पहले भी कई संगीन अपराधों में शामिल रहा है। सुलतानपुर डकैती कांड के अलावा उस पर हत्या, लूटपाट और अन्य गंभीर मामलों में भी मुकदमे दर्ज थे। वह लंबे समय से पुलिस के रडार पर था, लेकिन हर बार वह पुलिस की पकड़ से बचने में कामयाब हो जाता था।
अपराध पर नकेल कसने की कोशिश
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है, जिसके तहत पुलिस को सख्त कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं। इस एनकाउंटर को सरकार की अपराधियों के खिलाफ जारी मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है।
पुलिस की आधिकारिक बयान
पुलिस के आला अधिकारियों ने एनकाउंटर के बाद प्रेस वार्ता कर इस सफलता की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि अनुज प्रताप सिंह के खात्मे से इलाके में अपराध का ग्राफ नीचे आएगा और जनता में सुरक्षा का माहौल बनेगा।