उत्कृष्ट बाल वैज्ञानिक बनीं पूजा, डीएम ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के

रिपोर्ट: श्रवण कुमार यादव, बाराबंकी
बाराबंकी: सरकारी स्कूलों में प्रतिभाओं की कमी नहीं होती, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और मंच की आवश्यकता होती है। इस बात को सत्य साबित किया है बाराबंकी की होनहार छात्रा पूजा ने, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में अपने नवाचारी वैज्ञानिक मॉडल के माध्यम से जनपद का नाम रोशन किया। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता पर जिलाधिकारी बाराबंकी शशांक त्रिपाठी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
पूजा, विकास खंड सिरौलीगौसपुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय अगेहरा की कक्षा 8 की छात्रा हैं। उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की इन्सपायर अवार्ड मानक योजना 2021 के अंतर्गत आयोजित राष्ट्रीय प्रदर्शनी 2023 में भाग लेने का अवसर मिला। यह प्रदर्शनी 9 से 10 अक्टूबर, 2023 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित की गई थी। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में देशभर से चयनित 60 बाल वैज्ञानिकों को अपने मॉडल प्रस्तुत करने का मौका मिला था, जिसमें उत्तर प्रदेश से पूजा अकेली प्रतिभागी थीं।
नवाचार की दिशा में एक प्रेरणादायी कदम
पूजा ने अपने मार्गदर्शक शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया जिसने न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाया बल्कि पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में भी सार्थक पहल की। पूजा का मॉडल थ्रेसर-भूसा पृथक्करण मशीन पर आधारित था, जिसका उद्देश्य गेहूं की मड़ाई के समय निकलने वाले भूसे एवं धूल के प्रदूषण को नियंत्रित करना है।
शिक्षक राजीव श्रीवास्तव के अनुसार, “पूजा द्वारा बनाया गया मॉडल पूरी तरह से व्यावहारिक और पर्यावरण हितैषी है। थ्रेसर मशीनों से निकलने वाली धूल व गंदगी से राज्य की बड़ी आबादी अस्थमा और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों की चपेट में आती है। पूजा के मॉडल से इन बीमारियों को काफी हद तक रोका जा सकता है।”
सम्मान और उत्साहवर्धन
पूजा की इस उपलब्धि पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने भी हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “हमारी छात्रा पूजा की यह सफलता अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। परिषदीय विद्यालयों में भी अपार संभावनाएं हैं, आवश्यकता है तो बस उन्हें पहचानने और संवारने की।”
पूजा का आत्मविश्वास और संदेश
सम्मान प्राप्त करने के बाद पूजा ने कहा, “मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूँ कि मुझे राष्ट्रीय स्तर पर बाराबंकी जिले का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। मेरे इस मॉडल को बनाने में मेरे शिक्षक राजीव सर का मार्गदर्शन अमूल्य रहा है। मैं आगे चलकर वैज्ञानिक बनना चाहती हूँ और ऐसे आविष्कार करना चाहती हूँ जिससे हमारे समाज की समस्याओं का समाधान हो सके।”