गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में हीट वेव से निपटने की तैयारी पूरी, मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही

Report By : आसिफ़ अंसारी
गाजीपुर जिले में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जिससे हीट वेव यानी लू चलने की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है। इसे देखते हुए गाजीपुर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी कर ली है ताकि गर्मी से बीमार होने वाले लोगों को समय पर इलाज मिल सके।
मेडिकल कॉलेज में हीट वेव के लिए 10 बेड का एक विशेष वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में चार एसी लगाए गए हैं ताकि मरीजों को राहत मिल सके। इसके अलावा जरूरी उपकरण और चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो और बेड भी लगाए जाएंगे और एसी की व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आनंद मिश्रा ने बताया कि फिलहाल हीट वेव का सीधा असर तो नहीं दिख रहा है, लेकिन रोजाना 15 से 20 मरीज ऐसे आ रहे हैं जो गर्मी से संबंधित लक्षणों के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकतर को चक्कर आना, कमजोरी, तेज बुखार और डायरिया की शिकायत हो रही है।
डॉ मिश्रा ने यह भी बताया कि गर्मी के कारण अन्य बीमारियों के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रोजाना दो दर्जन से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। इनमें बुखार, पेट दर्द, उल्टी और डायरिया जैसी समस्याएं सबसे आम हैं।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि गर्मी में सावधानी बरतें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। अगर बाहर जाना ही पड़े तो हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें और सिर को किसी कपड़े या छाते से ढक कर निकलें। लगातार पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। खाने-पीने की चीजों का विशेष ध्यान रखें और साफ-सुथरा खाना ही खाएं।
डॉ मिश्रा ने यह भी आश्वासन दिया कि मेडिकल कॉलेज और अन्य सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाइयां, जांच और इलाज की पूरी सुविधा उपलब्ध है। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पूरी तरह से तैयार हैं ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
गाजीपुर में मेडिकल कॉलेज की यह तैयारी एक सकारात्मक कदम है जिससे लोगों को हीट वेव के प्रभाव से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। प्रशासन का कहना है कि वे लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जरूरत पड़ने पर और भी इंतजाम किए जाएंगे।