राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दृष्टिबाधित बच्चों से किया संवाद

Report By: उत्तराखंड डेस्क
देहरादून:राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने आज देहरादून स्थित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIEPVD) में एक प्रेरणादायक दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति महोदया ने दृष्टिबाधित बच्चों से संवाद स्थापित किया और उनके आत्मविश्वास व प्रतिभा की सराहना की।
राष्ट्रपति ने संस्थान परिसर में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी और अत्याधुनिक लैब का भी अवलोकन किया। छात्रों द्वारा विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में प्रस्तुत नवाचारों को देखकर उन्होंने बच्चों की रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे मंच दृष्टिबाधित बच्चों की प्रतिभा को निखारने में सहायक होते हैं और इन्हें और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में यह प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने संबोधन में कहा,
मेरा जीवन स्वयं संघर्ष, सेवा और संकल्प का परिचायक रहा है। वंचित वर्ग से मेरा विशेष लगाव रहा है। मुझे आज इन बच्चों से मिलकर जो स्नेह और ऊर्जा मिली है, वह मेरे लिए अविस्मरणीय है। इनकी मुस्कान और आत्मविश्वास, हमारे देश का उज्ज्वल भविष्य है।”
इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. वीरेंद्र कुमार ने दिव्यांगजनों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जैसे – दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना, सुगम्य भारत अभियान, दिव्यांगों के लिए शिक्षा एवं रोजगार अवसरों का विस्तार इत्यादि।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि उत्तराखंड सरकार दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर और गरिमामय जीवन जीने के लिए संकल्पबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा दृष्टिबाधितों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम, छात्रवृत्तियां, और आवासीय सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
हमारा प्रयास है कि हर दिव्यांगजन को वह सभी सुविधाएं मिलें, जिससे वह समाज में बराबरी के साथ खड़ा हो सके और अपने सपनों को साकार कर सके।”