प्रधानमंत्री मोदी ने देश में दी नई खेल संस्कृति को दिशा, उत्तर प्रदेश बना खेल संरचना का अगुवा: सीएम योगी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रथम अखिल भारतीय पुलिस हैंडबॉल क्लस्टर 2024-25 का भव्य शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन समारोह में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई खेल संस्कृति विकसित हो रही है। फिट इंडिया मूवमेंट, खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रमों ने भारत को न सिर्फ सेहतमंद बनाया, बल्कि खेलों के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है।
योगी ने कहा, “एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण के लिए स्वस्थ नागरिक आवश्यक हैं, और इसके लिए खेल गतिविधियों को प्रोत्साहन देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।” उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों की सीधी भर्ती की जा चुकी है, जिससे खेल प्रतिभाओं को ना सिर्फ मंच मिला, बल्कि सम्मानजनक भविष्य भी सुनिश्चित हुआ।
देशभर की 75 टीमें और 1341 खिलाड़ी हुए प्रतिभागी
इस क्लस्टर में देशभर के विभिन्न राज्यों और केंद्रीय बलों की 75 टीमें भाग ले रही हैं, जिनमें 1341 खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें 336 महिला खिलाड़ी भी हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को जीवंत करता है क्योंकि इसमें मणिपुर से लेकर केरल, जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक की टीमें शामिल हो रही हैं।
खेल संरचना में यूपी बना मॉडल राज्य
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बीते वर्षों में प्रदेश में खेलों के विकास के लिए ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं। 84 स्टेडियम, 67 बहुउद्देशीय हाल, 15 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 2 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 38 तरण ताल, 47 अत्याधुनिक जिम सेंटर सहित सैकड़ों स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए गए हैं।
खास बात यह रही कि गांव-गांव तक खेल भावना को जागृत करने के लिए 65,000 से अधिक महिला एवं पुरुष मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट वितरित की गई है।
स्पोर्ट्स हॉस्टल व कॉलेजों में बेहतरीन सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 18 जनपदों में खेल विभाग द्वारा संचालित 44 स्पोर्ट्स हॉस्टल हैं, जहां 16 खेलों के लिए 740 खिलाड़ियों की रहने व प्रशिक्षण की व्यवस्था है। लखनऊ, गोरखपुर और इटावा में संचालित तीन स्पोर्ट्स कॉलेजों में विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं।
इन हॉस्टलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षण के लिए 50 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को 1.5 लाख रुपये प्रतिमाह पर नियुक्त किया गया है। वाराणसी और मेरठ में इंटरनेशनल स्टेडियम और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
खिलाड़ियों के लिए सम्मान और पुरस्कृत करने की व्यापक व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 4 करोड़, कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जा रहा है। टीम इवेंट्स में भी भारी प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था है। इसी तरह एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी खिलाड़ियों को करोड़ों की पुरस्कार राशि दी जाती है।
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी खिलाड़ियों को मासिक वित्तीय सहायता दी जा रही है, जिससे उन्हें खेल जीवन में निरंतरता मिल सके।
खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में दी जा रही सीधी नियुक्तियां
सीएम योगी ने बताया कि खिलाड़ियों को योग्यता के आधार पर सीधे पुलिस व प्रशासनिक सेवाओं में नियुक्ति दी जा रही है। दीप्ति शर्मा, पारुल चौधरी, अर्जुन देशवाल जैसे खिलाड़ियों को डिप्टी एसपी, नायब तहसीलदार, यात्री कर अधिकारी जैसे पद प्रदान किए गए हैं।
महाकुंभ में दिखी उत्तर प्रदेश पुलिस की श्रेष्ठता
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं ने यूपी पुलिस के व्यवहार और व्यवस्था की खुले दिल से सराहना की। यह इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि खेल संस्कृति और युवाओं के भविष्य निर्माण में भी अग्रणी राज्य बन चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह संबोधन न केवल खिलाड़ियों के मनोबल को ऊंचा करने वाला था, बल्कि उत्तर प्रदेश के बदले हुए स्वरूप को देश के सामने रखने वाला भी था। यूपी अब खेल, तकनीक और प्रशासन में एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है।