संवाद, समाधान, स्वावलंबन और सम्मान का अनोखा समागम, अनेकों जरूरतमंदों को मिला आर्थिक सहयोग
सरोजनीनगर में होगी तीन और नए ओपन एयर जीम की स्थापना, विधायक राजेश्वर सिंह ने की घोषणा
भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने सरोजनीनगर के अनमोल प्रताप सिंह को डॉ राजेश्वर सिंह ने किया सम्मानित,कहा सभी युवाओं के लिए हैं प्रेरणा के स्रोत
डॉ राजेश्वर सिंह द्वारा अब तक 500 से अधिक मेधावियों को टैबलेट और साइकिलें प्रदान कर किया गया सम्मानित, डिजिटल शिक्षा है सर्वाधिक महत्वपूर्ण : डॉ राजेश्वर सिंह
रिपोर्ट : आकाश यादव
लखनऊ : सोमवार को संवाद, समाधान, स्वावलंबन और सम्मान का अनोखा समागम देखने को मिला। विधायक डॉ राजेश्वर सिंह द्वारा सोमवार को पराग चौराहा, आशियाना स्थित उनके कार्यालय पर जनता की समस्याओं के समाधान हेतु जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जनसुनवाई के लिए कार्यालय पर सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग पहुंचना शुरू हो गए थे। कार्यालय में एक ओर जनसमस्याओं के समाधान के लिए लोग बैठे थे तो वहीं दूसरी ओर 60वें सिलाई सेंटर की स्थापना की तैयारियां थीं, मेधावी भी अपने विधायक से भेंट करने के लिए आतुर थे। जैसे ही विधायक अपने कार्यालय पर पहुंचे सभी के चेहरे खिल उठे।
डॉ. राजेश्वर सिंह के पहुंचते ही माहौल सकारात्मकता व नई ऊर्जा से भर गया। सबसे पहले विधायक नें एक एक कर क्षेत्र की जनता जनता से सहज संवाद कर उनकी समस्याओं का तत्काल निवारण किया तो वहीं कईयों की पत्राचार प्रक्रिया प्रारंभ कराई। उन्होंने क्षेत्रीय जनसमस्याओं के त्वरित व यथोचित समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान विधायक राजेश्वर सिंह ने सरोजनीनगर की विशिष्ट पहचान बन चुके ताराशक्ति केन्द्रों की स्थापना के क्रम में सिलाई-कढ़ाई से सम्बंधित 7 मशीनें प्रदान कर 60 वें ‘ताराशक्ति केंद्र बीबीपुर’ का लोकार्पण किया।
बता दें कि सरोजनीनगर में अब तक 600 से अधिक मशीनें प्रदान की गईं और 1200 से अधिक महिलाएं सीधे तौर पर जुडी हैं। विधायक द्वारा ऐसे 100 केंद्रों को खोलने तथा सरोजनीनगर के सभी 404 स्वयं सहायता समूहों को लाभकारी रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित है।
इस प्रयास के परितः निजी प्रशिक्षण के साथ-साथ सरकारी पीजीएम के माध्यम से भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसने हाल ही में 300 से अधिक लड़कियों को प्रशिक्षित किया।
सरोजनीनगर के समग्र विकास क्रम में बढ़ते हुए जनसुनवाई के दौरान विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अनेक विकास कार्यों को पूर्ण कराने का निर्देश दिया। सरोजनीनगर विधायक ने 50 मीटर सड़क-नाली निर्माण कार्य, तथा विभिन्न 30, 60, 70, 150 मीटर सड़क निर्माण एवं इंटरलॉकिंग कार्य विधायक निधि से कराने का निर्देश दिया।
जनसुनवाई के दौरान विधायक डॉ राजेश्वर सिंह द्वारा दैवीय आपदा के कारण अस्त- व्यस्त हो चुकी गीता देवी की आर्थिक सहायता, पिता के खो देने के दुःख पर रौशन केसरवानी को सहयोग और सांत्वना, अर्चना भट्ट जी के पति के दुखद निधन के उपरांत बच्चों की शिक्षा हेतु सहयोग राशि, दिव्यांग फूल सिंह को साइकिल, 2 उद्यमी महिलाओं को सिलाई मशीन व अन्य जरूरतमंदों को संभव सहायता उपलब्ध करवाई गई।
आपको बता दें कि विधायक राजेश्वर सिंह अपनी विधानसभा में डिजिटल शिक्षा को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं। जनसुनवाई के दौरान विधायक ने अच्छे अंक प्राप्त करने वाले 10 बच्चों को टैबलेट और साइकिलें दीं। अब तक सरोजनीनगर के 500 से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट और साइकिलें दी जा चुकी हैं। इस दौरान विधायक डॉ राजेश्वर सिंह ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने सरोजनीनगर के अनमोल प्रताप सिंह को भी सम्मानित किया। राजेश्वर सिंह ने कहा कि वह सभी युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।
विधायक ने यह भी बताया कि सीएसआर फंड के माध्यम से 3 और पार्कों में नए ओपन एयर जिम की स्थापना की घोषणा की गई, अब तक सरोजनीनगर में 20 से अधिक ओपन जिम की स्थापना हो चुकी है.
जनसुनवाई के दौरान एपीएस राठौर द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत द्वारा लिखी किताब ‘भविष्य का भारत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण’ विधायक को भेंट स्वरूप दी गई। डॉ. सिंह ने किताब को सहर्ष स्वीकर किया तथा ज्ञानवर्धक इस पुस्तक से प्रभावित होकर तत्काल 100 किताब खरीद कर कार्यालय समेत अन्य लोगों के पढने हेतु धनराशि प्रदान की। विधायक ने महाराजा बिजली पासी किले में विधायक निधि के माध्यम से निर्माणाधीन पुस्तकालय में महाराजा बिजली पासी के जीवन से सम्बंधित पुस्तकों की खरीद के लिए सहयोग राशि उपलब्ध कराने हेतु आश्वस्त किया।
विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा कि सरोजनीनगर मेरा विस्तृत परिवार है, इस परिवार का विश्वास मेरी अमूल्य निधि है, अपने परिवार के सदस्यों के सुख – दुःख का सहभागी बनना, उनकी आकांक्षाओं की पूर्ति करना, हमेशा विशेष अनुभूति देता है।
कार्यक्रम के दौरान सभी क्षेत्रवासियों को ताराशक्ति निःशुल्क रसोई के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया गया।