भाजपा कार्यालय के बाहर पीएम मोदी का पुतला दहन, पप्पू यादव समर्थकों ने किया विरोध प्रदर्शन

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
भोजपुर: बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। शुक्रवार की शाम भोजपुर जिले के आरा में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया, जब पटना-बक्सर हाईवे स्थित बामपाली क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के समक्ष जन अधिकार पार्टी (लो) के प्रमुख और सांसद पप्पू यादव के आह्वान पर उनके समर्थकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। यह विरोध प्रदर्शन प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ जताई गई नाराजगी का प्रतीक था।
दरभंगा में कार्यक्रम रद्द, पप्पू यादव पर केस से भड़के समर्थक
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना था कि सांसद पप्पू यादव 15 मई 2025 को दरभंगा में एक कार्यक्रम “शिक्षा न्याय संवाद” के तहत गरीब और शोषित छात्रों से मिलने वाले थे। लेकिन राज्य सरकार द्वारा उन्हें कार्यक्रम करने से रोका गया और उन पर मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया।
इस घटना से आक्रोशित होकर समर्थकों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला जलाया और प्रशासन से दो दिन के भीतर मुकदमा वापस लेने की मांग की।
आंदोलन को दी चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान जन अधिकार पार्टी के नेता डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,
> “सरकार छात्रों और युवाओं की आवाज दबाना चाहती है। पप्पू यादव गरीबों और वंचितों की लड़ाई लड़ते रहे हैं। सरकार को यह रास नहीं आ रहा। अगर दो दिनों के अंदर मुकदमा वापस नहीं लिया गया, तो हम बिहार भर में जन आंदोलन छेड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में देश के युवाओं और छात्रों का विश्वास तेजी से बढ़ रहा है, जिससे केंद्र सरकार घबराई हुई है।
“आने वाला समय राहुल गांधी का है,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।
कौन-कौन रहे मौजूद
इस विरोध प्रदर्शन में कई कार्यकर्ता और स्थानीय नेता शामिल हुए। प्रमुख नामों में शशि यादव, बंटी कुमार, बैजनाथ प्रसाद, उमेश कुमार, बचालाल यादव, बिजेश कुमार, राहुल कुमार, रमेश कुमार, संतोष कुमार, मो. एहरार, मो. साजिद, सुजीत कुशवाहा आदि शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पप्पू यादव के समर्थन में आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया।
स्थानीय प्रशासन अलर्ट, स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने भीड़ को शांत कराया और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। हालांकि स्थिति तनावपूर्ण रही, पर किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।