रिपोर्ट : मृत्युंजय कुमार
हाजीपुर : भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वैशाली जिले में मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के अंतर्गत प्रकाशित प्रारूप सूची पर चर्चा करने के लिए आज समाहरणालय सभागार में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने की, जिसमें हाजीपुर के विधायक अवधेश सिंह, वैशाली के विधायक सिद्धार्थ पटेल, सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार सिंह समेत कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस बैठक का उद्देश्य मतदान केंद्रों के पुनर्गठन और युक्तिकरण पर जनप्रतिनिधियों से सुझाव और विचार-विमर्श करना था। वर्तमान में वैशाली जिले में कुल 2559 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 132 नए मतदान केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं। इस प्रकार, प्रस्तावित कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2691 हो जाएगी।
विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में प्रस्तावित नए मतदान केंद्रों का विवरण इस प्रकार है:
– 123, हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र में 13 नए केंद्र
– 124, लालगंज विधानसभा क्षेत्र में 17 नए केंद्र
– 125, वैशाली विधानसभा क्षेत्र में 16 नए केंद्र
– 126, महुआ विधानसभा क्षेत्र में 11 नए केंद्र
– 127, राजापाकर विधानसभा क्षेत्र में 15 नए केंद्र
– 128, राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में 13 नए केंद्र
– 129, महनार विधानसभा क्षेत्र में 18 नए केंद्र
– 130, पातेपुर विधानसभा क्षेत्र में 29 नए केंद्र
जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने बताया कि जिन मतदान केंद्रों पर 1400 से अधिक मतदाता हैं, उन केंद्रों का पुनर्गठन किया गया है ताकि सभी मतदाताओं को सुगम और बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि 17 सितंबर तक प्रारूप सूची पर दावे या आपत्तियां लिखित रूप में दर्ज कराई जा सकती हैं। इसके बाद 26 से 28 सितंबर के बीच एक और बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ पुनः चर्चा की जाएगी।
जिला पदाधिकारी ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि किसी भी चुनाव की सफलता में मतदान केंद्र और मतदाता सूची का निर्माण बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इसमें सावधानी और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपने बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को सक्रिय करें ताकि मतदान प्रक्रिया और युक्तिकरण सही ढंग से संपन्न हो सके।
बैठक में एडीएम, उप निर्वाचन पदाधिकारी, सभी एसडीएम, सभी डीसीएलआर, डीपीआरओ सहित अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच हुए इस संवाद से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया कि मतदान केंद्रों का युक्तिकरण सुचारू रूप से हो और सभी मतदाता सुगमता से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।