2000 के नोट पर RBI का बड़ा अपडेट: अब भी हैं वैध मुद्रा, जानें बैंकों में कितने नोट लौटे और कैसे करें जमा

Report By: अर्थक्षेत्र डेस्क

नई दिल्ली: 2000 रुपये के नोट को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा अपडेट जारी किया है। यह नोट अब भी लीगल टेंडर यानी वैध मुद्रा हैं, हालांकि इनका चलन दो साल पहले बंद कर दिया गया था। आरबीआई की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, जनता द्वारा बड़ी संख्या में ₹2000 के नोट बैंकों में जमा कर दिए गए हैं, लेकिन अब भी कुछ नोट प्रचलन में मौजूद हैं।

₹2000 के नोट अब भी लीगल टेंडर
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि भले ही 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई है और इन्हें चलन से बाहर करने की घोषणा की गई थी, लेकिन यह नोट अब भी कानूनी तौर पर वैध हैं। इसका मतलब है कि यदि आपके पास ₹2000 का नोट है, तो वह अवैध नहीं है और आप उसे जमा भी कर सकते हैं या आरबीआई के कार्यालयों में बदल सकते हैं।

कितने नोट लौटे बैंक में?
आरबीआई के अनुसार, जब मई 2023 में ₹2000 के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की गई थी, उस समय कुल ₹3.56 लाख करोड़ मूल्य के नोट प्रचलन में थे। अब तक इनमें से लगभग 97.76% नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ चुके हैं। यानी जनता द्वारा इन नोटों को या तो बैंकों में जमा करवा दिया गया है या आरबीआई के कार्यालयों में बदला गया है।

अब भी कितने नोट हैं प्रचलन में?
मई 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, करीब ₹8,470 करोड़ मूल्य के ₹2000 के नोट अब भी प्रचलन में हैं। यानी इन नोटों को अभी तक वापस नहीं किया गया है और कुछ लोगों के पास ये अब भी मौजूद हैं।

कैसे करें ₹2000 के नोट को जमा या एक्सचेंज?
यदि आपके पास अभी भी ₹2000 के नोट हैं, तो आप उन्हें निम्न तरीकों से बदल या जमा कर सकते हैं:
1. आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों में: देशभर में आरबीआई के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में जाकर ₹2000 के नोट जमा या बदले जा सकते हैं।
2. नजदीकी बैंक शाखा में जमा: हालांकि सामान्य बैंक शाखाएं अब इन नोटों को बदल नहीं रही हैं, फिर भी यदि आपके पास बैंक खाता है, तो कुछ स्थितियों में जमा करने की अनुमति मिल सकती है (बैंक की नीति के अनुसार)।
3. पते से भेजें नोट: आप स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड पोस्ट के माध्यम से भी नोट आरबीआई को भेज सकते हैं। बदले में आपको आपके बैंक खाते में राशि जमा कर दी जाएगी (पहले पते से भेजे गए नोटों पर पहचान सत्यापन की प्रक्रिया लागू होती है)।

नोटबंदी नहीं, लेकिन चरणबद्ध वापसी
विशेषज्ञों का मानना है कि ₹2000 के नोटों को पूरी तरह से हटाने का फैसला एक रणनीतिक कदम था। इसे नोटबंदी की तरह अचानक नहीं किया गया, बल्कि लोगों को पर्याप्त समय दिया गया ताकि वे धीरे-धीरे इन नोटों को बैंकों में वापस जमा कर सकें।

क्यों हटाए गए ₹2000 के नोट?
RBI ने इस denomintion के नोटों को हटाने के पीछे कई कारण बताए थे:
₹2000 के नोटों का उपयोग सामान्य लेन-देन में बहुत कम हो रहा था।
ये नोट बड़ी मात्रा में काले धन की शक्ल में जमा हो रहे थे।
2016 में नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था में नकदी की कमी को पूरा करने के लिए यह नोट जारी किया गया था, जो अब अपनी भूमिका पूरी कर चुका है।

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