सपा के बागी नेता और 32 सालों तक समाजवादी पार्टी की ओर से राजनीति करने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष इलियास अंसारी ने बसपा से नामांकन किया है. उन्होंने बसपा से नामंकन करते हुए सपा के फाजिलनगर विधानसभा के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें बढ़ा दी है.
टिकट कटने से नाराज इलियास अंसारी ने बगावत करके कुशीनगर की फाजिलनगर से बीएसपी प्रत्याशी के रूप में नामांकन भर दिया है. नामांकन करने के बाद इलियास ने कहा कि अब फाजिलनगर की धरती से सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य को भगाकर ही दम लूंगा.
सपा से बगावत करके बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे इलियास अंसारी पिछले 30 साल से समाजवादी पार्टी की सक्रिय राजनीति करने वाले नेता रहे हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया था लेकिन अंतिम समय में उनका टिकट काट दिया गया था. इस चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने इलियास अंसारी को टिकट न देकर भाजपा छोड़कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य को प्रत्याशी बना दिया.
स्वामी प्रसाद मौर्य भी सपा का वोटर (यादव+मुस्लिम) जो लगभग 21 प्रतिशत है और कुशवाहा के 13 फीसद को देखकर ही यह सीट चुने हैं. अब बसपा प्रत्याशी के रूप में सपा से बगावती नेता इलियास अंसारी ने मुस्लिम मतदाताओं को अपनी तरफ करने में जुट गए हैं.