संग्राम यादव के पदचिन्हों पर चलने का लिया संकल्प, श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसैलाब

Report By: आसिफ अंसारी

गाजीपुर: समाजवादी पार्टी के समर्पित सिपाही, अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के जिला प्रवक्ता एवं जंगीपुर विधानसभा के सेक्टर प्रभारी संग्राम यादव के आकस्मिक निधन पर उनके पैतृक गांव पिपरहि स्थित गरीब इंटरमीडिएट कॉलेज में एक भावभीनी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में समाजवादी पार्टी, यादव महासभा, वित्तविहीन शिक्षक सभा, दलित-पिछड़ा-अल्पसंख्यक विकास महासंघ समेत सर्व समाज से जुड़े हजारों लोगों ने भाग लेकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
श्रद्धांजलि सभा में समाज के सभी वर्गों, राजनीतिक दलों एवं संगठनों के प्रबुद्धजनों ने संग्राम यादव के सामाजिक योगदान और जनसेवा के प्रति उनकी निष्ठा को याद किया। वक्ताओं ने कहा कि संग्राम यादव ने न केवल समाजवादी विचारधारा को मजबूत किया बल्कि सामाजिक न्याय, शिक्षा और पिछड़े तबके के हक के लिए आजीवन संघर्ष किया।
सभा में प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष लालबिहारी यादव, जंगीपुर के विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, यादव महासभा के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव, कार्यकारी जिलाध्यक्ष रामज्ञान यादव, समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष सुदर्शन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, सपा नेता कन्हैया यादव उर्फ पप्पू, महिला अध्यक्ष विभा पाल, पूर्व चेयरमैन रामधारी यादव, नागेंद्र यादव जोगी (जिलाध्यक्ष, प्रधान संगठन), महेश यादव (जिला पंचायत सदस्य), सूर्यनाथ यादव (प्रधान), संजय मास्टर, मदन यादव, अमित ठाकुर, बैजू यादव, दिनेश यादव, भयंकर यादव (मंडल अध्यक्ष), पंकज प्रधान, रमेश यादव (पूर्व जिला पंचायत सदस्य), प्रवीण यादव, रजनीकांत यादव, पारसनाथ यादव (जिला पंचायत सदस्य), दारा प्रधान, सत्यमेव प्रधान, लालजी मास्टर, मदन मास्टर, रामाधार यादव, कैलाश यादव (पूर्व जिला पंचायत सदस्य), शिवपरसन यादव (पूर्व जिला पंचायत सदस्य), रामयस यादव (बार अध्यक्ष) आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सभा में वक्ताओं ने भावुक शब्दों में संग्राम यादव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति की आवाज उठाई। वे एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों की समस्याओं को राजनीतिक मंचों तक पहुँचाने का कार्य किया।
सभी ने संग्राम यादव की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की और उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया।
सभा में उमड़े जनसैलाब ने यह प्रमाणित कर दिया कि संग्राम यादव जनता के दिलों में कितने गहरे बसे हुए थे। कार्यक्रम में अनुशासन और गरिमा का अद्भुत समन्वय देखने को मिला।
समाजवादी विचारधारा के प्रति उनकी निष्ठा, कर्मठता और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा के लिए एक प्रेरणा बनी रहेगी।

Related Articles

Back to top button