जनपद में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में विकास कार्यों, राजस्व वादों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक संपन्न

Report By: आसिफ अंसारी
अधिकारियों को जनता के प्रति सद्भाव, न्यायप्रियता और टीम भावना से कार्य करने के निर्देश
जनपद मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में आज मंडलायुक्त श्री विवेक की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राजस्व वादों के निस्तारण की प्रगति, कानून व्यवस्था की स्थिति एवं विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में डीआईजी श्री सुनील कुमार सिंह, जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री इलामरन जी, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशांत नागर सहित समस्त उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
राजस्व वादों के निस्तारण को मिली प्राथमिकता
बैठक की शुरुआत राजस्व वादों के निस्तारण की समीक्षा से हुई। मंडलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि 5 वर्ष से अधिक पुराने लंबित वादों का निस्तारण इस माह के अंत तक हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी पीठासीन अधिकारियों को नियमित रूप से कोर्ट में बैठने और वकीलों से समन्वय स्थापित कर मामलों का शीघ्र निपटारा करने की बात कही। उन्होंने कोर्ट में निस्तारण की खराब स्थिति वाले अधिकारियों की विशेष निगरानी करने के निर्देश भी दिए।
मंडलायुक्त ने धारा 24 के तहत पारित आदेशों के अनुपालन पर भी जोर दिया और पत्थर नसब के बाद पत्थर उखाड़ने की घटनाओं पर एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि वादों के निस्तारण में पारदर्शिता और संवेदनशीलता दोनों जरूरी हैं, जिससे आम जनता को न्याय की अनुभूति हो।
कानून व्यवस्था को लेकर डीआईजी ने सराहा प्रयास
बैठक में डीआईजी श्री सुनील कुमार सिंह ने जनपद में कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि माफियाओं के विरुद्ध प्रशासन द्वारा किया गया कार्य अभूतपूर्व रहा है। उन्होंने हाल ही में दो बड़े माफियाओं को सजा दिलाने में सफल रही टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहनी चाहिए।
डीआईजी ने उप जिलाधिकारी एवं क्षेत्राधिकारियों से टीम भावना से कार्य करने का आह्वान किया और आगामी त्यौहार बकरीद को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर पशुओं के वध पर रोक, नई परंपराओं की शुरुआत न करने तथा प्रतिबंधित पशुओं के वध पर सख्ती से रोक लगाने की बात कही।
विकास योजनाओं की हुई गहन समीक्षा
मंडलायुक्त ने छात्रवृत्ति योजनाओं पर विशेष जोर देते हुए कहा कि किसी भी पात्र छात्र का आवेदन निरस्त न हो, इसके लिए समय रहते सभी विभाग तैयारी कर लें। कृषि विभाग की किसान गोष्ठियों में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
मनरेगा कार्यों की समीक्षा करते हुए खंड विकास अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण और स्थल निरीक्षण के निर्देश दिए गए। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की गुणवत्ता जांचने के आदेश भी दिए गए। जल जीवन मिशन की समीक्षा में अधिशासी अभियंता जल निगम को कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों का स्थल निरीक्षण करने को कहा गया, साथ ही लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
शिक्षा, स्वास्थ्य और पंचायत व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान
चिकित्सा विभाग की समीक्षा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की समय से उपस्थिति, स्वच्छता तथा बायोमेट्रिक हाजिरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने, शिक्षकों की उपस्थिति नियमित रखने तथा गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई। साथ ही वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए पूर्व तैयारी और पौधों की देखभाल सुनिश्चित करने पर भी बल दिया गया।
पंचायती राज विभाग को सफाई कर्मियों की उपस्थिति और विद्यालयों में छुट्टियों के बाद स्वच्छता की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए। नगर निकाय क्षेत्रों में अवैध अतिक्रमण पर भी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया।
योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त ने प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, ग्राम चौपाल आदि योजनाओं की भी समीक्षा की और स्पष्ट किया कि इनका लाभ केवल पात्र व्यक्तियों तक ही पहुंचे। उन्होंने दिव्यांगों एवं महिलाओं को प्राथमिकता देने की भी बात कही।
जनसुनवाई प्रणाली की समीक्षा में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का शीघ्र एवं प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करें। कार्यालयीन अनुशासन पर बल देते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित हों और पूर्ण कार्य अवधि में कार्यस्थल पर बने रहें।
टीम भावना से करें कार्य, आमजनता के प्रति रखें संवेदनशील दृष्टिकोण
अंत में मंडलायुक्त श्री विवेक ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे आमजनता के प्रति सद्भाव, संवेदनशीलता और न्यायप्रिय दृष्टिकोण रखें। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन मिलकर कार्य करें ताकि योजनाओं का लाभ आमजन तक समय से पहुंचे और जनता का भरोसा बना रहे।
इस बैठक के माध्यम से प्रशासनिक मशीनरी को आगामी कार्यों के लिए एक स्पष्ट दिशा निर्देश मिला, जिससे न केवल कानून व्यवस्था सुदृढ़ होगी बल्कि विकास योजनाओं का लाभ भी समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचेगा।