लहरपा नरसंहार पर राजद प्रतिनिधिमंडल ने नीतीश-मोदी सरकार को घेरा, पीड़ितों को न्याय और मुआवजे की मांग

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
आरा बिहार : भोजपुर जिले के अगिआंव प्रखंड के लहरपा गांव में बीते रविवार को सामंती गुंडों द्वारा की गई हिंसक घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस घटना को लेकर मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का एक दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचा। यह प्रतिनिधिमंडल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर भोजपुर भेजा गया था।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राजद जिलाध्यक्ष वीरबल यादव कर रहे थे। उन्होंने लहरपा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
राजद प्रतिनिधिमंडल ने इस नरसंहार की कड़ी निंदा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए। नेताओं ने कहा कि यह घटना सरकार के “सुशासन” के दावे की पोल खोल देती है।
प्रतिनिधिमंडल के संयोजक और पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता ने कहा कि लहरपा की यह घटना बिहार में जंगलराज की वापसी का प्रमाण है। उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार ने सामंती ताकतों को खुली छूट दे रखी है और अपराधी अब गरीबों, दलितों और पिछड़ों पर खुलकर हमला कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस घटना में शामिल सभी अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ ही मृतकों के परिवार को 20 लाख रुपये और घायलों को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।
पूर्व मंत्री रामानंद राय ने कहा कि यह घटना बिहार की कानून-व्यवस्था की पूरी विफलता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह निष्क्रिय है और सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है।
पूर्व मंत्री अनिता देवी ने कहा कि लहरपा की घटना से गांव की महिलाओं और बच्चों में डर और दहशत का माहौल है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं तब होती हैं जब सरकार गरीबों की सुरक्षा करने में असमर्थ होती है।
विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार अपराधियों के लिए स्वर्ग बन गया है। लहरपा में निर्दोष लोगों का खून बहा और सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि यह घटना राजद कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
शाहपुर के विधायक राहुल तिवारी ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत खराब हो गई है। डबल इंजन सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है जबकि ज़मीनी सच्चाई कुछ और है।
राजद जिलाध्यक्ष वीरबल यादव ने कहा कि भोजपुर सहित पूरे बिहार में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच और पीड़ित परिवारों को तुरंत मुआवजा देने की मांग की।
जिला प्रवक्ता आलोक रंजन ने कहा कि यह घटना एनडीए सरकार की नाकामी और सामंती ताकतों को मिले राजनीतिक संरक्षण का परिणाम है। उन्होंने कहा कि राजद हर हाल में पीड़ितों के साथ खड़ा है।
प्रतिनिधिमंडल ने भोजपुर जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि इस जघन्य घटना की उच्चस्तरीय जांच हो, दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की जाए, स्पीडी ट्रायल के तहत कठोर सजा दी जाए और पीड़ित परिवारों को मुआवजा व सुरक्षा प्रदान की जाए।
प्रतिनिधिमंडल में अगिआंव प्रमुख मुकेश सिंह यादव, जिला परिषद अध्यक्ष आशा पासवान, अदीब रिजवी, प्रवक्ता आलोक रंजन, शैलेंद्र कुमार, मंटू शर्मा, हाकिम प्रसाद, सुनील यादव, लालबिहारी सिंह, नंदकिशोर सिंह, विनोद चंद्रवंशी, रजनीश यादव, भीम यादव, सोनू रजक, रवि आनंद, मुन्ना सम्राट, राजीव, अनिल यादव समेत कई अन्य नेता शामिल थे।
राजद ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस घटना को लेकर चुप नहीं बैठेगा और जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक उसका संघर्ष जारी रहेगा।