मऊ में समाजवादी पार्टी ने धूमधाम से मनाई छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती

Report By: आसिफ अंसारी
मऊ : आज मऊ जनपद में समाजवादी पार्टी द्वारा समाज सुधारक और सामाजिक न्याय के प्रबल पक्षधर छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। यह कार्यक्रम मऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष श्री दूधनाथ यादव ने की।
जिला अध्यक्ष दूधनाथ यादव ने अपने वक्तव्य में कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज समाज के गरीब, पिछड़े, मजदूर और शोषित वर्ग के सबसे बड़े समर्थक थे। वे हमेशा यह प्रयास करते रहे कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मुख्यधारा में लाया जाए। उन्हें आरक्षण व्यवस्था का जनक और सामाजिक न्याय का नायक भी माना जाता है।
उन्होंने आगे बताया कि छत्रपति शाहूजी महाराज का जन्म 26 जून 1874 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर रियासत में हुआ था। वह स्वयं कोल्हापुर के राजा थे। उनके शासनकाल में प्रशासनिक व्यवस्था में ब्राह्मणों का वर्चस्व था। उन्होंने इस एकाधिकार को समाप्त करने के लिए 50% आरक्षण लागू किया, ताकि पिछड़े वर्गों को भी शासन और प्रशासन में भागीदारी मिल सके।
शाहूजी महाराज महात्मा ज्योतिबा फुले के विचारों से अत्यधिक प्रभावित थे और डॉ. भीमराव आंबेडकर के सहयोगी और मार्गदर्शक भी रहे। उन्होंने 1912 में एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य और निःशुल्क घोषित किया, जिससे समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों को शिक्षा का अवसर मिला। इसके साथ ही, 1917 में उन्होंने पुनर्विवाह को कानूनी रूप देकर सामाजिक सुधार की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया।
इस अवसर पर आयोजित बैठक में कई प्रमुख समाजवादी नेता उपस्थित रहे। इनमें जिला महासचिव कुद्दूस अंसारी, वरिष्ठ नेता राम शब्द यादव, जिला उपाध्यक्ष पंकज उपाध्याय, समाजवादी चिंतक वीरेन्द्र यादव ‘लोहिया’, ज़िला उपाध्यक्ष चंद्रकांत मौर्य, नगर अध्यक्ष अफजल अलंकार, नगर अध्यक्ष रत्नेश भारती और युवजन सभा के जिला अध्यक्ष राजेश यादव प्रमुख रूप से शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष पंकज उपाध्याय द्वारा किया गया।
बैठक में वक्ताओं ने छत्रपति शाहूजी महाराज के जीवन, उनके कार्यों और उनके द्वारा किए गए सामाजिक सुधारों को विस्तार से बताया और उनके आदर्शों को अपनाने की अपील की। सभी ने यह भी कहा कि आज के समय में उनके विचार और नीतियाँ और भी अधिक प्रासंगिक हैं, जिन्हें जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
इस जयंती समारोह के माध्यम से समाजवादी पार्टी ने सामाजिक समरसता, शिक्षा, समानता और न्याय की विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम अंत में सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने छत्रपति शाहूजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों पर चलने का संकल्प लिया।