बाढ़ आपदा से निपटने को लेकर SDRF द्वारा आरा सदर अंचल में जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉक ड्रिल का आयोजन


रिपोर्ट:तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)

भोजपुर: जिले में संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए प्रशासनिक तैयारियों को और मजबूत करने के उद्देश्य से आज दिनांक 04 जून 2025 को आरा सदर अंचल में एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम द्वारा एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला पदाधिकारी भोजपुर श्री तनय सुलतानिया के निर्देशानुसार किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस बल, अग्निशमन सेवा, पंचायत प्रतिनिधि, स्कूल-कॉलेज के छात्र एवं आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।

कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संभावित बाढ़ की स्थिति में त्वरित एवं समन्वित कार्रवाई के लिए सभी संबंधित विभागों एवं आम जनमानस को तैयार करना था। इसके अंतर्गत बाढ़ पूर्व, बाढ़ के दौरान और बाढ़ के बाद किए जाने वाले उपायों की जानकारी दी गई। साथ ही, आपातकालीन समय में राहत एवं बचाव कार्यों की रणनीति पर भी विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।

मॉक ड्रिल के दौरान आपात स्थिति का किया गया अभ्यास
मॉक ड्रिल के दौरान वास्तविक परिस्थिति का अनुकरण करते हुए बाढ़ की स्थिति उत्पन्न की गई, जिसमें लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने, प्राथमिक उपचार देने, राहत सामग्री वितरण तथा संचार व्यवस्था बनाए रखने की प्रक्रिया का अभ्यास कराया गया। SDRF की टीम ने रबर बोट, लाइफ जैकेट, रस्सी, आपातकालीन मेडिकल किट आदि उपकरणों का उपयोग करते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन का प्रदर्शन किया।

SDRF कमांडर ने दी तकनीकी जानकारी
SDRF भोजपुर टीम के कमांडर ने बताया कि बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए ससमय जानकारी, समुचित प्रशिक्षण और संसाधनों की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने आम लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि बाढ़ के समय घबराने के बजाय सतर्क और संगठित प्रयासों से जान-माल की क्षति को न्यूनतम किया जा सकता है।

जिला प्रशासन की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों ने भी लोगों को बाढ़ पूर्व सावधानियों, सुरक्षित स्थानों की पहचान, मोबाइल अलर्ट सिस्टम, सरकारी सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के मॉक ड्रिल न केवल प्रशासनिक तंत्र को सजग रखते हैं, बल्कि आम नागरिकों में आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं।


स्थानीय लोगों की सराहना
स्थानीय निवासियों ने SDRF और जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से वे जागरूक होते हैं और किसी भी आपदा से निपटने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहते हैं।

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