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शम्मे गौसिया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज को मिली बड़ी सफलता, बीएएमएस और पीजी प्रवेश के लिए मंजूरी

शम्मे गौसिया आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज को मिली बड़ी सफलता, बीएएमएस और पीजी प्रवेश के लिए मंजूरी

Published By : Mukesh Kumar

गाजीपुर:शम्मे गौसिया आयुर्वेदिक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, सहेड़ी को बड़ी राहत मिली है। हाईकोर्ट के निर्देश पर आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने बीएएमएस और पीजी कोर्स में प्रवेश की अनुमति प्रदान कर दी है। काउंसलिंग प्रक्रिया 23 दिसंबर से शुरू होगी। यह निर्णय आयुर्वेदिक शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान की प्रतिष्ठा और योगदान को फिर से स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

कहानी: शिकायत से लेकर हाईकोर्ट तक का सफर
कॉलेज के संस्थापक चेयरमैन डॉ. मुहम्मद आजम कादरी ने बताया कि यह कॉलेज 1994 में स्थापित हुआ और 30 वर्षों से आयुर्वेद, यूनानी, और पैरामेडिकल शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस शैक्षणिक सत्र में, अराजक तत्वों की शिकायतों के कारण कॉलेज को बीएएमएस और पीजी कोर्स में प्रवेश की अनुमति रोक दी गई थी।

कॉलेज प्रबंधन ने इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की। हाईकोर्ट ने आयुष मंत्रालय को निर्देश दिया कि एक विशेष टीम गठित कर कॉलेज का निरीक्षण किया जाए। टीम की रिपोर्ट ने कॉलेज के शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता को प्रमाणित किया। इसके आधार पर, आयुष मंत्रालय ने कॉलेज को प्रवेश की अनुमति दे दी।

बीएएमएस और पीजी सीटों का वितरण

1. बीएएमएस: 52 सीटें

2. पीजी (कुल 17 सीटें):

सर्जरी (MS): 4 सीटें

गायनिक सर्जरी: 4 सीटें

एमडी मेडिसिन: 5 सीटें

पैथोलॉजी: 4 सीटें

काउंसलिंग प्रक्रिया की शुरुआत
उत्तर प्रदेश सरकार के डीजी आयुष ने काउंसलिंग के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। काउंसलिंग प्रक्रिया 23 दिसंबर से प्रारंभ होगी। इच्छुक उम्मीदवार समय पर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

कॉलेज का योगदान और उपलब्धियां
डॉ. कादरी ने कहा, “हमारा संस्थान आयुर्वेदिक शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वांचल का गौरव है। यह संस्थान हजारों छात्रों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा देकर उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहा है।”

उन्होंने यह भी बताया कि प्रवेश और काउंसलिंग से संबंधित जानकारी के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है:

9918900230

9918900218

9918900202

7860262554

न्याय का प्रतीक: यह अनुमति क्यों महत्वपूर्ण है?
हाईकोर्ट के इस फैसले ने न केवल कॉलेज को न्याय दिलाया है, बल्कि यह पूर्वांचल के छात्रों के लिए भी आयुर्वेदिक शिक्षा का एक नया अवसर लेकर आया है। कॉलेज का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

आगे की राह
इस सफलता के बाद, शम्मे गौसिया आयुर्वेदिक कॉलेज अपनी उत्कृष्टता को और आगे ले जाने की दिशा में कार्य करेगा। संस्थान ने यह सिद्ध किया है कि सत्य और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता हमेशा सफलता की ओर ले जाती है।

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