भीमराव अंबेडकर जयंती पर सुजीत यादव ने शुरू की गाँव-गाँव जन आशीर्वाद यात्रा

बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के शुभ अवसर पर गाजीपुर ज़िले के नन्दगंज क्षेत्र के मुड़वल जग्गापुर ग्रामसभा में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बाबा भीमराव अंबेडकर समिति (Ambedkar Samiti), सदर विधानसभा द्वारा किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे गाजीपुर के प्रसिद्ध समाजसेवी और यादव महासभा के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव उन्होंने इस ऐतिहासिक दिन को जनजागरण और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए गाँव-गाँव जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की।
यात्रा का उद्देश्य और संकल्प
अपने उद्बोधन में सुजीत यादव ने कहा:
“बाबा साहब डॉ. अंबेडकर न केवल संविधान निर्माता थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक समावेशिता और समानता का जो सपना देखा, वह आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। मैं उनके पदचिन्हों पर चलते हुए यह जन आशीर्वाद यात्रा शुरू कर रहा हूँ, जिससे जनता से सीधे जुड़ सकूँ और समाज में शिक्षा, समानता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा सके।”
Sujit Yadav Jan Ashirwad Yatra का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना, सामाजिक एकता को मजबूत करना और युवाओं को प्रोत्साहित करना है।
कई गाँवों में पहुँची यात्रा
इस यात्रा की शुरुआत मुड़वल ग्रामसभा से हुई, जो आगे नारी पँचदेवरा, बाघी, बेलसड़ी, धर्मरपुर, लीलापुर समेत दर्जनों गाँवों में पहुँची। हर गाँव में सुजीत यादव का भव्य स्वागत किया गया और लोगों ने उन्हें खुले दिल से आशीर्वाद दिया।
यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों से संवाद कर उन्होंने उनकी समस्याएं सुनीं और आने वाले समय में समाधान हेतु संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम में उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में कई गणमान्य और उत्साही युवाओं की उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से बालिस्टर यादव, अजय यादव, संदीप पासवान, सूरज कुमार मिठाई लाल, किशन कुमार, अमन कुमार, रवि शंकर, संतोष कुमार शामिल रहे।
कार्यक्रम के आयोजक पंकज कुमार ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि:
“हम सभी बाबा साहब की शिक्षाओं पर चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं और समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की प्रेरणा लेते हैं।”
अम्बेडकर जयंती 2025 पर शुरू हुई यह सुजीत यादव जन आशीर्वाद यात्रा केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है, जो गाँव-गाँव तक शिक्षा, समानता और आत्मबल का संदेश लेकर पहुँच रही है। इस पहल से गाजीपुर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन की लहर चल पड़ी है।