तेजस्वी यादव का प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला, नीतीश सरकार को बताया खटारा

Report By: बिहार डेस्क

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर राज्य की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम की रैली में भीड़ जुटाने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग किया गया और सरकारी मशीनरी का खुला प्रयोग किया गया।

तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री की रैली में भीड़ लाने के लिए अधिकारियों को लगाया गया था। लोगों को जबरन बसों और गाड़ियों में भरकर लाया गया। क्या 2005 से पहले ऐसा होता था, जब अफसरों का काम सिर्फ भीड़ जुटाना था? ये जननेता नहीं हैं। अगर लालू यादव जी सड़क पर खड़े हो जाएं तो बिना किसी सरकारी मदद के लाखों लोग जुट जाते हैं।”

तेजस्वी ने बीजेपी और नीतीश कुमार की सरकार पर भी तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल वर्षों से बिहार की सरकार चला रहे हैं और राज्य की विकास योजनाओं का पैसा खर्च कर रहे हैं, फिर भी जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है। “अब जब जनता रुझान नहीं दिखा रही है तो प्रशासन को लगा दिया गया है, ताकि रैली में कुर्सियां खाली न रहें,” तेजस्वी ने आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “यह एक खटारा सरकार है और मुख्यमंत्री खुद अचेत हैं। जब कोई जनसमस्या या घटना होती है तो मुख्यमंत्री दिखाई नहीं देते, लेकिन प्रधानमंत्री मंच साझा करने आ जाएं तो वे तुरंत दिखते हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब सवाल कर रही है कि नीतीश कुमार आखिर किसके मुख्यमंत्री हैं – जनता के या दिल्ली के नेताओं के?

तेजस्वी बोले – पीएम के भाषणों में नहीं होता ‘कंटेंट’
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही प्रधानमंत्री की बिहार यात्राएं बढ़ जाती हैं, लेकिन उनके भाषणों में कोई नई बात नहीं होती। “हर बार वही घिसे-पिटे मुद्दे उठाए जाते हैं, जो जनता पहले ही कई बार सुन चुकी है। टेलीप्रॉम्प्टर पर पढ़कर चले जाते हैं। न ज़मीन से जुड़ी बातें होती हैं, न बिहार के युवाओं के लिए कोई स्पष्ट योजना।”

प्रधानमंत्री मोदी की रैली के बाद तेजस्वी यादव के तीखे बयानों ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। जहां एक ओर भाजपा इसे विकास यात्रा का हिस्सा बता रही है, वहीं आरजेडी इसे चुनावी स्टंट करार दे रही है। तेजस्वी यादव के अनुसार, यह साफ है कि सत्ता पक्ष को जनता का भरोसा नहीं रहा, इसलिए अब सरकारी साधनों के जरिए समर्थन दिखाने की कोशिश की जा रही है।

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