सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, का आठवां दीक्षांत समारोह 1 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आयोजित होने जा रहा है। यह समारोह विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसमें छात्रों को उनकी उत्कृष्टता के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान सारनाथ, वाराणसी के प्रोफेसर वांड चुंग नेगी होंगे। समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री योगेश उपाध्याय और शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी भी उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल छात्रों को सम्मानित करना है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करना है।
गोल्ड मेडल और पुरस्कार: इस वर्ष कुल 45 गोल्ड मेडल उन छात्रों को दिए जाएंगे जिन्होंने विभिन्न कक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हैं। ये मेडल राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों प्रदान किए जाएंगे। कुलपति प्रोफेसर कविता शाह ने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस बार एक नई पहल की है, जिसमें समाज से अपील की गई है कि वे व्यक्तिगत स्तर पर गोल्ड मेडल हेतु एडॉमेन्ट फंड में धनराशि जमा करें। इस प्रक्रिया के तहत इस बार 9 अतिरिक्त गोल्ड मेडल शामिल किए गए हैं। समारोह के दौरान 30 पीएचडी उपाधियां भी प्रदान की जाएंगी। स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में कुल 58,161 छात्रों को उपाधियां दी जाएंगी, जिनमें 22,574 छात्र और 35,587 छात्राएं शामिल हैं।
कुलपति प्रोफेसर कविता शाह ने कहा कि सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की भूमिका केवल परिसर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आसपास के गांवों के विकास में भी महत्वपूर्ण है। इसी दिशा में, विश्वविद्यालय ने बुधस्य नैवेद्धयम केंद्र की स्थापना की है, जो ‘एक जिला, एक उत्पाद’ अभियान में सहयोग करते हुए स्थानीय किसानों को काला नमक धान और चावल के उचित मूल्य दिलाने का प्रयास कर रहा है।