गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर कमल खिलेगा, साइकिल चलेगी, हाथी लड़ाई में रहेगी या फिर कांग्रेस के दिन वापस लौटेंगे? जैसे सवाल ही बेमानी हैं।
ऐसा सवाल जो कर रहा है वह न शहर को जानता है और न ही यहां की वर्तमान सियासत को। गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र है यह। यहां जीतेंगे तो योगी ही, चाहे वह खुद लड़ें या किसी को लड़ाएं।
जीत के अंतराल का नया रिकार्ड बनने की। आंकड़े बताते हैं कि शहर सीट पर मतदान प्रतिशत बढ़ने के साथ ही भाजपा की जीत का मार्जिन भी बढ़ता गया है। चूंकि इस सीट के लिए इस बार अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ है।
लिहाजा नतीजे की चर्चा से अलग मतों के अंतराल पर भी अनुमान लगाए जाने लगे हैं। अनुमान के मुताबिक शहर सीट के लिए जीत-हार का अब तक का सबसे बड़ा अंतर सामने आएगा और यह रिकार्ड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम दर्ज होगा।
दुर्गा प्रसाद पुराना गोरखपुर में जब कुछ वोटों के न मिलने का समीकरण बैठाने लगे तो गोविंद नारायण उन्हें यह समझाने लगे कि वहां के बहुत से मुस्लिमों का वोट भी योगी को मिल रहा है।