बकरीद पर्व पर भोजपुर जिले में शांति, सौहार्द और सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुआ पर्व

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा, बिहार
पूरे देश की तरह भोजपुर जिले में भी इस वर्ष बकरीद का पावन पर्व उत्साह, श्रद्धा और भाईचारे के साथ मनाया गया। खास बात यह रही कि जिले में यह पर्व पूरी तरह शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ, जिसमें जिला प्रशासन की सक्रियता और आमजन का सहयोग सराहनीय रहा।
प्रशासन रहा पूरी तरह सतर्क
बकरीद के मद्देनज़र जिले की विधि-व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने पहले से ही सख्त तैयारियाँ की थीं। भोजपुर के जिलाधिकारी श्री तनय सुल्तानिया के स्पष्ट निर्देश पर जिले के सभी प्रमुख स्थलों, मस्जिदों और ईदगाहों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई थी। पुलिस कप्तान सहित वरीय अधिकारियों ने स्वयं क्षेत्र में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनी भोजपुर
बकरीद के अवसर पर जिले भर के मुसलमानों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार ईदगाहों और मस्जिदों में सुबह की नमाज अदा की। नमाज के बाद एक-दूसरे को गले लगाकर पर्व की बधाई दी गई। इस दौरान हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी मुस्लिम भाइयों को पर्व की शुभकामनाएँ दीं, जिससे सामाजिक एकता और आपसी भाईचारे का सशक्त संदेश गया।
व्यापक सुरक्षा व्यवस्था
पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने विशेष सुरक्षा योजना बनाई थी। ड्रोन कैमरों के माध्यम से भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी की गई, वहीं संवेदनशील क्षेत्रों में मोबाइल टीमों की गश्ती व्यवस्था लागू की गई। महिला पुलिस बल की तैनाती भी की गई ताकि महिलाएं और बच्चे सुरक्षित महसूस करें।
अधिकारियों की रही सक्रिय मौजूदगी
जिलाधिकारी श्री तनय सुल्तानिया, पुलिस अधीक्षक और अन्य वरीय अधिकारी पूरे दिन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण पर रहे। अधिकारियों ने ईदगाहों पर पहुँचकर लोगों को पर्व की शुभकामनाएँ दीं और शांति व्यवस्था का जायज़ा लिया। अधिकारियों की मौजूदगी से आम जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना बनी रही।
आमजन ने किया प्रशासन का सहयोग
इस सफल आयोजन में जिले की जनता की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही। लोगों ने न केवल प्रशासन का सहयोग किया, बल्कि एक आदर्श नागरिक होने का परिचय देते हुए पर्व को संयमित और मर्यादित ढंग से मनाया। किसी भी प्रकार की अफवाह अथवा अशांति फैलाने वाले तत्वों पर प्रशासन की पैनी नज़र रही।