बदरीनाथ से केदारघाटी लौट रहे हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग, स्कूल के खेल मैदान में सकुशल उतारा गया हेलीकॉप्टर

उत्तराखंड डेस्क
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया जब बदरीनाथ से केदारनाथ की ओर लौट रहा एक हेलीकॉप्टर तकनीकी खराबी के चलते हवा में ही असंतुलित हो गया। पायलट की सूझबूझ और तत्परता से हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग एक स्थानीय स्कूल के खेल मैदान में करवाई गई। इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर प्रातः करीब 10:30 बजे बदरीनाथ से उड़ान भरकर केदारनाथ की ओर रवाना हुआ था। इसमें पायलट सहित कुल 6 लोग सवार थे। उड़ान के कुछ समय बाद ही पायलट को इंजन में तकनीकी खराबी का आभास हुआ। हेलीकॉप्टर की ऊंचाई में गिरावट आने लगी और संतुलन बनाए रखना मुश्किल होता गया।
तत्काल स्थिति को भांपते हुए पायलट ने नजदीकी सुरक्षित स्थान की तलाश की। इस दौरान चमोली जिले के गौचर क्षेत्र में स्थित एक सरकारी इंटर कॉलेज के खेल मैदान को आपात लैंडिंग के लिए चुना गया। स्थानीय लोगों की मौजूदगी के बावजूद पायलट ने सावधानीपूर्वक हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतार लिया।
स्थानीय प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्रियों की मेडिकल जांच की गई और किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है। प्रशासन ने घटनास्थल को घेर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने बताया, “यह पायलट की दक्षता और निर्णय क्षमता का परिणाम है कि एक बड़ी दुर्घटना टल गई। सभी यात्री सुरक्षित हैं और हेलीकॉप्टर को नुकसान पहुंचने की जांच चल रही है।”
चारधाम यात्रा में लगातार बढ़ रही हवाई सेवाएं
गौरतलब है कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि के चलते हेलीकॉप्टर सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में हेलीकॉप्टर कंपनियों पर अधिक दबाव है, जिससे सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब खराब मौसम या तकनीकी खराबी के चलते हेलीकॉप्टरों को आपात लैंडिंग करनी पड़ी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय करेगा जांच
DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, इंजन में एक पार्ट की तकनीकी गड़बड़ी के संकेत मिले हैं, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह का खुलासा हो सकेगा।
स्थानीय लोगों की भूमिका सराहनीय
घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि हेलीकॉप्टर के गिरने की आशंका से लोग भयभीत हो गए थे, लेकिन जब पायलट ने सुरक्षित लैंडिंग की, तो सभी ने राहत की सांस ली। कई स्थानीय युवक तत्काल मौके पर पहुंचे और यात्रियों की मदद की।
चारधाम यात्रा के दौरान यह घटना भले ही एक बड़े हादसे में नहीं बदली, लेकिन यह प्रशासन और हवाई सेवाएं प्रदान करने वाली एजेंसियों के लिए एक चेतावनी है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए, और तकनीकी जांच के मानकों को और भी सख्त बनाने की आवश्यकता है।