“सशक्त भारत की पहचान, एकता और सामूहिक शक्ति में छिपी है”: पीएम मोदी का प्रेरक संदेश

नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देशवासियों को एकता और शक्ति का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमारे देश की ताक़त सिर्फ़ हमारी आधुनिक तकनीक और हथियारों में नहीं है, बल्कि हमारी एकता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर में भी है।” यह बयान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र से जुड़ी एक महत्वपूर्ण सभा में दिया, जहां उन्होंने भारतीय सेना की ताक़त और देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर भारतीय सेना की वीरता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा, “हमारी सेनाएँ न केवल हमारे सीमाओं की रक्षा करती हैं, बल्कि हमारी एकता और अखंडता का भी प्रतीक हैं। किसी भी मुश्किल हालात में हमारे जवान हमेशा राष्ट्र की सेवा में खड़े रहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत की सुरक्षा सिर्फ़ हमारे हथियारों की शक्ति पर निर्भर नहीं है। हमारी असली ताक़त हमारे देश की विविधता में एकता में छिपी हुई है। यह हमारी एकजुटता ही है, जो हमें दुनिया के सबसे मजबूत देशों में शुमार करती है।” पीएम मोदी ने देशवासियों को याद दिलाया कि एकता और अखंडता की यह भावना केवल सेनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित सैन्य अधिकारियों से यह भी कहा कि भारतीय सेना को और भी सशक्त और उन्नत बनाने के लिए सरकार लगातार नए कदम उठा रही है। उन्होंने हाल ही में भारत द्वारा विकसित किए गए स्वदेशी हथियारों और तकनीकी उपकरणों का उदाहरण भी दिया, जिनसे सेना की क्षमता में भारी सुधार हुआ है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारतीय सेना का आत्मनिर्भर होना देश की रक्षा नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा, “भारत अब अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। हम विदेशी हथियारों पर निर्भरता कम कर रहे हैं और घरेलू रक्षा उत्पादों को प्रोत्साहन दे रहे हैं।”
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन जब भी हमारी सुरक्षा को खतरा होगा, हम अपनी सीमाओं की रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने हाल ही में रक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिनमें रक्षा बजट में वृद्धि, स्वदेशी रक्षा उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग और सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में ठोस कदम शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में कहा, “हम सभी को यह याद रखना चाहिए कि हमारी असली ताक़त हमारी एकता में है। हमारी विविधता में एकता ही हमें एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाती है। जब हम एकजुट होते हैं, तो हम कोई भी चुनौती पार कर सकते हैं।”
इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और अन्य उच्च रक्षा अधिकारी भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री का यह संदेश देशवासियों को और विशेषकर सुरक्षा बलों को उत्साहित करने वाला रहा है, क्योंकि भारतीय सेना और नागरिक एकजुट होकर राष्ट्र की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।