दर्दनाक सड़क दुर्घटना: डोली में ससुराल नहीं पहुंच सकी दुल्हन, अर्थी में हुई विदाई – ससुर ने दी मुखाग्नि

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है। एक नई-नवेली दुल्हन, जो चंद घंटों पहले ही अपने ससुराल की दहलीज़ पर कदम रखने वाली थी, वह डोली की बजाय अर्थी पर वहां पहुंची। यह दर्दनाक हादसा इनरपतपुर गांव की रहने वाली ललिता कुमारी के साथ हुआ, जिसकी शादी रजमलडीह गांव के मोनू कुमार से बड़े ही धूमधाम से हुई थी। लेकिन किसे पता था कि शादी के कुछ ही घंटों बाद यह प्रेम और वचनों से बंधा रिश्ता, एक भीषण सड़क दुर्घटना में टूट जाएगा।
शादी की खुशियां मातम में बदलीं
इनरपतपुर गांव निवासी स्वर्गीय दूधनाथ सिंह की बेटी ललिता की शादी 28 मई को पूरे रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ संपन्न हुई थी। शादी समारोह में गांव के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया, हर कोई इस नए जोड़े को आशीर्वाद देने पहुंचा था। विदाई के वक्त भावुक माहौल था, लेकिन सभी की आंखों में नई उम्मीदों और खुशियों की चमक थी। विदाई के बाद दूल्हा मोनू, दुल्हन ललिता और परिवार के अन्य सदस्य कार से ससुराल की ओर रवाना हुए। रजमलडीह गांव में ‘परिछावन’ की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, जहां घरवाले नवविवाहित बहू के स्वागत के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
दुखद मोड़ तब आया जब दूल्हा-दुल्हन की कार तरारी क्षेत्र से गुजर रही थी। इसी दौरान एक तेज़ रफ्तार हाइवा ट्रक ने ओवरटेक करने की कोशिश में उनकी कार को भीषण टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
कार में मौजूद थे – दूल्हा मोनू कुमार, दुल्हन ललिता कुमारी, ललिता का चचेरा भाई रितिक यादव, दूल्हे की रिश्तेदार प्रतिमा और शिवानी, और ड्राइवर सोनू सिंह। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
दुल्हन की मौत से टूटा परिवार
दूल्हा और दुल्हन की हालत नाजुक होने के कारण उन्हें तत्काल पटना के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद ललिता कुमारी को बचाया नहीं जा सका। गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जैसे ही यह खबर परिवार और गांववालों को मिली, घर में कोहराम मच गया। खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।
दूल्हा मोनू कुमार की स्थिति भी अब तक गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज पटना में चल रहा है।
ससुर ने दी बहू को मुखाग्नि
ललिता की मौत के बाद उसका शव पटना से सिकरहटा थाना क्षेत्र लाया गया, जहां पुलिस ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए शव को रजमलडीह गांव लाया गया। जहां एक औरत को ससुराल डोली में जाना था, वहां उसे अर्थी में पहुंचाया गया। इस दर्दनाक क्षण में उसके ससुर ओमप्रकाश यादव उर्फ बधारी यादव ने बहू को मुखाग्नि दी। इस दृश्य को देखकर हर कोई भावुक हो उठा।
गांव में पसरा मातम, जनप्रतिनिधियों ने दी सांत्वना
ललिता चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी। उसके पिता का निधन करीब दस वर्ष पहले ही हो गया था। परिवार पहले ही एक गहरे सदमे से गुजर चुका था और अब यह हादसा उनके लिए असहनीय बन गया। पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है, हर आंख नम है।
इस दुखद घटना की जानकारी मिलने पर भोजपुर जिला परिषद के उपाध्यक्ष लालबिहारी यादव और स्थानीय मुखिया मुना यादव मृतका के परिजनों से मिलने पहुंचे और गहरी संवेदना प्रकट की।