एक एक दाने को मोहताज हो जाएगी पूरी दुनिया यदि रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुआ युद्ध !

यूक्रेन के मुद्दे पर अगर रूस और पश्चिमी देशों के बीच टकराव बढ़ा, तो उससे दुनिया भर में खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ सकती हैं। ये चेतावनी खाद्य विशेषज्ञों ने दी है।

उन्होंने ध्यान दिलाया है कि रूस और यूक्रेन गेहूं और मक्के के सबसे बड़े उत्पादक देशों में शामिल हैं। इन दोनों अनाजों की कीमत में पहले से चढ़ान का रुख है।

अमेरिका का शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड अनाज के वायदा कारोबार के मामले में अंतरराष्ट्रीय मानदंड समझा जाता है। वहां अभी मक्के का भाव 6.20 डॉलर प्रति टन है। यह पिछले साल की तुलना में दस फीसदी ज्यादा है। यहां गेहूं का भाव पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा है।

 गेहूं के अंतरराष्ट्रीय निर्यात में रूस का हिस्सा 20 फीसदी है। यूक्रेन गेहूं का दुनिया में पांचवा सबसे बड़ा निर्यातक है। अंतरराष्ट्रीय निर्यात में उसका हिस्सा 10 फीसदी है। यानी साझा तौर पर कुल 30 फीसदी गेंहू निर्यात करने वाले देश फिलहाल युद्ध मैदान में आमने-सामने खड़े हैं। यूक्रेन जौ और सूरजमुखी के भी बड़े उत्पादकों में शामिल है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर युद्ध हुआ, तो उसका सबसे खराब असर पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका पर पड़ेगा। रूस और यूक्रेन से अनाज का सबसे ज्यादा आयात इसी क्षेत्र के देश करते हैं।

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