भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी के पास समय नहीं है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक पूरे दिन काम-काम। समय की इतनी कमी है कि जहां से समय बचाया जा सके लोग बचा लेते है और काम पर लगा देते है। ऐसे में लोग जिंदगी की सबसे जरूरी चीज यानी की शरीर का ध्यान रखना भूल चुके है।
आज लोगों के पास अच्छा खाना खाने तक का टाइम नहीं है, ऑफिस से आने के बाद खाना कौन बनाए, चलो फास्ट फूड खा लिया जाए। दिन में ऑफिस में कई लोग खाना लेकर नहीं जाते, वहीं कुछ बाहर का खाना खा लेते है। पहले बचपन में हमें दूध पीने के लिए कहा जाता था ताकि हड्डियां मजबूत रहे। आज किसी के पास समय ही नहीं है।
ऐसे में शरीर कमजोर पड़ रहा है, शरीर में कैल्शियम की कमी आम सी हो गई है। लोग पहले समझते नहीं लेकिन जब उम्र बढ़ती है तो परेशानियां भी बढ़ती है। तब कुछ काम नहीं आता। अब कुछ लोग कहेंगे कि हमें कैल्शियम की कमी नहीं है लेकिन आप को हो सकती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे आसान तरीके जिनके जरिए आप जान सकते है कि आपको कैल्शियम की कमी है या नहीं।
दांत में दर्द : हमारे शरीर का 90 प्रतिशत कैल्शियम दांतों और हड्डियों में जमा होता है उसकी कमी से दांतों और हड्डियों का नुकसान हो सकता है। यानी की अगर आपको लगातार दांतों में दर्द है तो समझ जाए कि शरीर में कैल्शियम की कमी है।
मसल क्रैम्प : अगर आपको आए दिन मसल क्रैम्प का सामना कर रहे हैं तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हैं। डॉक्टर से संपर्क करे।
एम्यूनिटी में कमी : कैल्शियम सेहतमंद रोग प्रतिरोधक क्षमता बना के रखता है। अगर आप जल्दी बीमार पढ़ते है तो साफ है कि आपके कैल्शियम की कमी है।
नाड़ी की समस्याएं: कैल्शियम की कमी से न्योरोलॉजिकल समस्याएं जैसे कि सिर पर दबाव की वजह से सीजर और सिरदर्द होना, डिप्रेशन, इनसोमेनिया, पर्सनैल्टिी में बदलाव और डेम्निशिया भी हो सकता है।
धड़कन: कैल्शियम दिल के बेहतर काम करने के लिए आवश्यक है और कमी होने पर हमारे दिल की धड़कन बढ़ सकती है और बेचैनी हो सकती है।
आपको ये खबर पढ़कर अगर लग रहा है कि आपको ये सब समस्या है तो देर ना करे और डॉक्टर को जरूर दिखाए। दूध पीए और डॉक्टर की सलाह पर अमल भी करे। जब जिंदगी रहेगी तभी तो काम करोगे जनाब।