जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन विधि व्यवस्था संधारण को लेकर कृतसंकल्पित : डीएम
लंबित मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए कार्य योजना तैयार : एसपी
आपसी समन्वय और तालमेल के साथ काम करें अधिकारी : कमिश्नर
दुर्गा पूजा को लेकर सभी एसडीपीओ रहे मुस्तैद : डीआईजी
जिला : वैशाली,-बिहार
रिपोर्ट : मृत्युंजय कुमार
वैशाली समाहरणालय के सभागार में विधि व्यवस्था के मद्देनजर तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त सरावनन एम तथा पुलिस उप महानिरीक्षक बाबूराम ने संयुक्त रूप से समीक्षा बैठक की। जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय मौजूद थे।
आयुक्त महोदय ने कहा कि आज की दुनिया डिजिटल हो गई है। इसलिए सारा काम मैन्युअल नही कर ऑनलाइन करें। विधि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम में कानून व्यवस्था से संबंधित सभी आंकड़ों की प्रविष्टि कराएं और इसका लगातार अनुश्रवण करें। उन्होंने कहा कि भू समाधान की शनिवारी बैठक में अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी निश्चित रूप से मौजूद रहें। वहां का माहौल ऐसा बनाएं की सभी लोग थाने पर पहुंचने में संकोच न करें।उन्होंने कहा कि क्वालिटी डाटा रखें और उसका विश्लेषण भी करें, तभी किसी मुद्दे का समय पर समाधान हो पाएगा।
आयुक्त महोदय ने कहा कि शांति समिति की बैठक में उन्हें जरूर बुलाएं, जो शांति बहाली में असरदार हों।
मूर्ति विसर्जन के रूट का शत प्रतिशत सत्यापन करवाएं।
विधि व्यवस्था संधारण के लिए पदाधिकारी और पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाए और यह भी सुनिश्चित किया किया जाए कि वे अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल पर ही रहे। डीआईजी बाबू राम ने सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से थाने को निर्देशित करें कि जहां-जहां पंडाल बन रहा है और जहां मूर्ति रखी जा रही है, वहां थाना के एक पुलिस पदाधिकारी प्रतिदिन अवश्य जाएं। वे यह देखें कि पंडाल कितनी मजबूती से बन रहा है। कोई आपत्तिजनक चीज तो नहीं, जिससे विवाद उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि जब पंडाल और मूर्ति विसर्जन के लिए आवेदन आए , तब थाना प्रभारी यह अवश्य देखेंगे कि आवेदन किसी डमी आवेदक का तो नहीं। पंडाल में प्रतिदिन आने जाने से पता चल पाएगा कि कौन बदमाश है तथा कौन शांति बहाली में मददगार और असरदार है। आवश्यकतानुसार निरोधात्मक कार्रवाई भी करें। पंडाल के पास भीड़ प्रबंधन की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इसके पहले जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त और डीआईजी का स्वागत करते हुए बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन समेकित रूप से जिला में विधि व्यवस्था संधारण के लिए कृतसंकल्पित है।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से लंबित मामलों की अनुसंधान पूर्ण कर निष्पादन करने की कार्य योजना, विचारण हेतु लंबित मामलें, स्पीडी ट्रायल, थानावार गैर जमानती मामलें, सीसीए के तहत की गई कार्रवाई, पुलिस गश्ती, एससी एसटी एक्ट के तहत त्वरित अनुसंधान, भूमि विवाद समाधान हेतु शनिवारी बैठक, सीसीटीवी के अधिष्ठापन, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सिस्टम, पुलिस पदाधिकारी को नए कानून के संबंध में दिया गया प्रशिक्षण तथा दुर्गा पूजा में विधि व्यवस्था को लेकर की गई तैयारी के बारे में स्लाइड के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।
आयुक्त महोदय ने कहा कि सभी पदाधिकारी आपसी समन्वय एवं तालमेल के साथ काम करें। आंकड़ों का ऑनलाइन प्रविष्टि जरूर करें, ताकि लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा कि एक माह के बाद पर वे पुनः समीक्षा बैठक करेंगे।
बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त ,तीनों अनुमंडल के एसडीएम, एसडीपीओ , डीपीओ (अभियोजन), सिविल सर्जन, लोक अभियोजक, जिला जन संपर्क पदाधिकारी सहित कई जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।