भोजपुर में करंट की चपेट में आने से चचेरे भाई-बहन की दर्दनाक मौत, दो युवक घायल


रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)

बिहार: भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र अंतर्गत खाखो बांध गांव से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां गुरुवार सुबह विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आकर एक चचेरे भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय कविता कुमारी और 20 वर्षीय पप्पू कुमार के रूप में हुई है। दोनों इंटरमीडिएट के छात्र थे और रिश्ते में चचेरे भाई-बहन थे। इस हादसे में दो अन्य युवक हो गए हैं, जिनमें से एक का इलाज बिहिया पीएचसी में चल रहा है।

घटना का विवरण:
जानकारी के अनुसार, गांव के खेत में बोरिंग के लिए लगाए गए बिजली कनेक्शन का तार अचानक टूटकर जमीन पर गिर गया था। दुर्भाग्यवश यह तार विद्युत प्रवाहित था और किसी को इसकी जानकारी नहीं थी। गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे के आसपास कविता कुमारी शौच के लिए खेत की ओर गई थी। इसी दौरान वह टूटे हुए तार के संपर्क में आ गई और वहीं खेत में अधमरी हालत में गिर पड़ी।
कुछ देर बाद जब उसका चचेरा भाई पप्पू कुमार खेत की ओर गया, तो उसने कविता को बेसुध हालत में देखा और उसे उठाने की कोशिश की। इसी दौरान वह भी उसी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया और बुरी तरह झुलस गया।
उनकी चीख-पुकार सुनकर गांव के ही दीपक कुमार (25 वर्ष) और संतोष कुमार (20 वर्ष) मौके पर पहुंचे और उन्हें बचाने की कोशिश की। लेकिन दुर्भाग्यवश वे दोनों भी करंट की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।

अस्पताल पहुंचने से पहले ही तोड़ा दम:
घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों और परिजनों ने आनन-फानन में पप्पू और कविता को इलाज के लिए सदर अस्पताल, आरा ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, घायल दीपक कुमार का इलाज बिहिया पीएचसी में चल रहा है, जबकि संतोष कुमार की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

परिवार और गांव में पसरा मातम:
घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कविता कुमारी के भाई गुड्डू कुमार ने बताया कि खेत में बिजली का तार पहले से टूटा हुआ था और प्रशासन या बिजली विभाग द्वारा इसकी मरम्मत नहीं कराई गई थी। यह लापरवाही इस भीषण हादसे का कारण बनी।

स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप:
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार टूटे तार और खेत में असुरक्षित बिजली कनेक्शन को लेकर बिजली विभाग को सूचित किया गया था, लेकिन किसी ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया। गांव के लोगों ने हादसे के लिए बिजली विभाग की घोर लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की बात कही जा रही है।

समाज को झकझोर देने वाली घटना:
इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया है। स्कूल और कॉलेज स्तर के छात्र-छात्राओं ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर कब तक लापरवाही के चलते मासूम जिंदगियां यूं ही जाती रहेंगी।

सम्बंधित मांगें:
पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा
बिजली विभाग के जिम्मेदार कर्मियों पर कार्रवाई
गांव में विद्युत सुरक्षा के समुचित इंतजाम
टूटे तारों की तत्काल मरम्मत की व्यवस्था
यह घटना एक चेतावनी है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सुरक्षा को लेकर जितनी गंभीरता होनी चाहिए, वह अभी भी नहीं है। प्रशासन और बिजली विभाग को चाहिए कि ऐसे मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुःखद घटनाएं न हों।

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