रिपोर्ट : आकाश यादव
लखनऊ। सरोजनीनगर के समग्र विकास के लिए दृढ़ संकल्पित सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की अनूठी पहल ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ पिछले एक वर्ष से वृद्धजनों के तीर्थयात्रा के सपने को पूरा कर रही है। डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा शुरू की गई इस अभिनव पहल और विशेष यात्रा का पहली बार संचालन 27 सितंबर 2022 को जैतीखेड़ा से हुआ था। तब से निरंतर जारी इस नि:शुल्क बस सेवा के माध्यम से अब तक 1,500 श्रद्धालु अयोध्या में श्रीराम लला, नैमिषारण्य धाम यात्रा तथा अन्य तीर्थ स्थलों के दर्शन कर चुके हैं। विभिन्न गांवों से यह बस वृद्धजनों को ले जाकर तीर्थयात्रा करवाती है, इस दौरान उनके खाने-पीने से लेकर हर प्रकार की उचित व्यवस्था रहती है। इस पूरी यात्रा का व्यय डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा किया जाता है। इस यात्रा के प्रति क्षेत्र के वृद्धजन उत्साहित रहते हैं और विधायक की इस पहल की प्रशंसा करते नहीं थकते हैं।
नियमित तौर पर संचालित ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ के अंतर्गत शुक्रवार को 15वीं ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ को ग्राम गोड़वा से रवाना किया गया। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने की व्यवस्था से लेकर आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध भी किया गया। अयोध्या पहुंच श्रद्धालुओं ने रामलला के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए। यात्रा के अंत में श्रद्धालुओं को रामचरितमानस की प्रति भेंट की गई। पूरे सफर में वालंटियर्स ने वृद्धजनों को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की समस्या नहीं होने दी। अयोध्या यात्रा कर बुजुर्ग बेहद खुश और संतुष्ट दिखे। उन्होंने अपने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की इस विशेष पहल की सराहाना की तथा उनका आभार व्यक्त किया।
बता दें कि ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’ के लिए चलने वाली बसें नियमित अंतराल पर सरोजनीनगर के वृद्धजनों व महिलाओं को निःशुल्क अयोध्या दर्शन करवाती है, जिसका पूर्णतया व्यय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा किया जाता है। इससे पहले रामरथ के माध्यम से जैती खेड़ा, पिपरसंड, हाइडल चौराहा वृद्धाश्रम, कृष्णा लोक कॉलोनी, हसनपुर खेवली, खुर्रमपुर, नानमऊ, खटोला, बेंती, नटकुर, खांडेदेव, हिंदू खेड़ा और बरकताबाद से श्रद्धालुओं को ले जाकर अयोध्या दर्शन करवाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को नैमिषारण्य तीर्थ के दर्शन करवाए गये हैं।
इस बारे में डॉ. राजेश्वर सिंह कहना है कि वृद्धजनों को तीर्थ यात्रा करवाना मेरा सौभाग्य है। तीर्थयात्रा के दौरान वरिष्ठजनों के चेहरे की खुशी और संतुष्टि देखना सुखद है, उनका आशीर्वाद ही मेरी सामर्थ्य है। ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’ के सफलता माता तारा सिंह की प्रेरणा, वृद्धजनों का आशीर्वाद और क्षेत्रवासियों का समर्थन का ही सुखद परिणाम है। क्षेत्रवासियों को तीर्थयात्रा करवाने के लिए ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’ अनवरत जारी रहेगी।