प्रदेश ने 10 जून को 28889 मेगावाट विद्युत आपूर्ति कर महाराष्ट्र को पीछे छोड़ा
यूपी में अधिकतम पीक मांग 29500 मेगावाट रही
लखनऊ। उत्तर प्रदेश ने भीषण गर्मी में विद्युत की बढ़ी मांग को सकुशल पूरा करते हुए एक बार फिर से पूरे देश में सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति करने का रिकार्ड बनाया है। प्रदेश में जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, उपभोक्ताओं की जरूरतों के अनुरूप बढ़ती विद्युत की मांग को पूरा करने में प्रदेश का ऊर्जा विभाग मंत्री ए.के. शर्मा के निर्देशन में लगातार नये आयाम स्थापित कर रहा है। विगत दिनों उत्तर प्रदेश ने 29500 मेगावाट की सर्वाधिक विद्युत मांग को पूरा करते हुए देश में कीर्तिमान स्थापित किया था। वहीं ग्रिड इंडिया पॉवर सप्लाई रिपोर्ट के मुताबिक 10 जून 2024 को एक बार फिर से उत्तर प्रदेश ने देश में सर्वाधिक 28889 मेगावाट विद्युत आपूर्ति कर महाराष्ट्र-गुजरात जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है।
ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा के कुशल निर्देशन में ऊर्जा विभाग ने विद्युत मांग की चुनौती को सकुशल पूरा कर विगत वर्ष की भांति ही इस वर्ष भी नये रिकॉर्ड बना रहा है। विगत दो वर्ष पहले तक यह रिकॉर्ड पूरे देश में महाराष्ट्र के नाम था। इस वर्ष 10 जून को जारी रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश ने 28889 मेगावाट, महाराष्ट्र ने 24254 मेगावाट, गुजरात ने 24131 मेगावाट, तमीलनाडु ने 16257 मेगावाट और राजस्थान ने 16781 मेगावाट की सर्वाधिक विद्युत अपूर्ति की मांग को पूरा किया है। उत्तर प्रदेश के विद्युत विभाग ने इस वर्ष भी पीक आवर में पूरे देश में सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति का रिकॉर्ड बनाया है। जो कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में कुशल प्रबंधन एवं बेहतरीन नेतृत्व की बदौलत ही यह सम्भव हो सका है, जिसकी प्रशंसा पूरे देश में हुई है।
उत्तर प्रदेश में 28 मई, 2024 को देश में सर्वाधिक 29282 मेगावाट की पीक डिमांड को पूरा किया था। वहीं महाराष्ट्र में 23 मई को सर्वाधिक पीक डिमांड 27517 मेगावाट थी, जबकि उत्तर प्रदेश में 28010 मेगावाट विद्युत की पीक डिमांड थी। पिछले तीन सप्ताह के दौरान प्रदेश में विद्युत की पीक मांग पर दृष्टि डालें तो 23 मई को 28010 मेगावाट, 24 मई को 29147 मेगावाट, 25 मई को 29215 मेगावाट, 26 मई को 29084 मेगावाट, 27 मई को 29261 मेगावाट, 28 मई को 29282 मेगावाट तथा 29 मई को 29077 मेगावाट विद्युत की पीक मांग को सकुशल पूरा किया गया और प्रदेशवासियों को प्रचंड गर्मी में विद्युत संकट का सामना नहीं करना पड़ा, जहां कहीं पर भी अतिभारिता व स्थानीय दोषों के कारण आपूर्ति में व्यवधान हुआ, उसे भी शीघ्र ही ठीक करने का प्रयास किया गया।
प्रदेश में बढ़ी हुई विद्युत मांग के अनुपात में ही ऊर्जा विभाग अनवरत विद्युत आपूर्ति कर रहा है। प्रदेश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों को मिलाकर लगभग 4634 सबस्टेशन उपभोक्ताओं तक विद्युत आपूर्ति करने का कार्य सुचारू रूप से कर रहे हैं। जहां कहीं पर भी विद्युत की मांग बढ़ी है वहां पर नये विद्युत उपकेंद्रों को स्थापित करने, ट्रांसफार्मर का लोड बढ़ाने तथा विद्युत आपूर्ति की जर्जर व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ऊर्जा विभाग निरंतर युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है।
ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश के सभी विद्युत कार्मिको को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रचंड गर्मी में हमारे विद्युत कार्मिको ने विद्युत आपूर्ति बहाल रखने में अपना सर्वाधिक योगदान दिया है और उपभोक्ताओं को गर्मी में होने वाली परेशानियों से बचाया है। प्रदेश में अभी भीषण गर्मी और लू का संकट बना हुआ है, इसके लिए सभी विद्युत कार्मिक पूरे मनोयोग व सतर्कता से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए कार्य करते रहेंगे।
प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग एवं आपूर्ति के लगातार नये रिकार्ड बन रहे हैं। आज प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक विद्युत मांग 29820 मे0वा0 पहुंच गयी। आज विद्युत खपत भी लगभग 643 एम0यू0 पहुंची। विगत 31 मई को 29727 मे0वा0 विद्युत की मांग पहुंच गयी थी जिसे पावर कारपोरेशन ने पूरा करके एक नया रिकार्ड बनाया था। 2023 में अधिकतम मांग 28284 मेगावाट तक गयी थी। 24 जुलाई को यह रिकार्ड बना था। लेकिन इस बार 22 मई 2024 को ही यह रिकार्ड टूट गया था जब 28336 मेगावाट तक मांग पहुंच गयी थी।
उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ0 आशीष कुमार गोयल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि लगातार पड़ रही भयंकर गर्मी एवं विद्युत की मांग में हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए सावधानी बरतें। सभी कार्मिक इस चुनौती पूर्ण समय में पूरी लगन और मेहनत के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें।
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल का कहना है कि लगातार बढ़ रही विद्युत मांग के अनुरूप बिजली की व्यवस्था की जा रही है। पावर कारपोरेशन ने पूर्वानुमान के अनुरूप विद्युत उपलब्धता की प्रर्याप्त व्यवस्था कर रखी है और मांग बढ़ने पर अतिरिक्त अरेन्जमेन्ट भी ससमय किया जाता है। अध्यक्ष ने बताया है कि सिस्टम की कैपेसिटी के कारण कही भी रोस्टिंग नही हो रही हैै। लोकल फाल्ट के कारण विद्युत आपूर्ति के बाधित होने की सूचनाएं आती है। इस संदर्भ में भी कड़े निर्देश दिये गये है कि जहॉ कही भी लोकल फाल्ट हो उसे कम से कम समय में ठीक कर आपूर्ति बहाल की जाये।
सबसे ज्यादा हानियों वाले फीडरों पर चलेगा चोरी रोको गहन अभियान
उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ0 आशीष गोयल ने विद्युत व्यवस्था को बेहतर करने के लिये विद्युत चोरी के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशकों एवं मुख्य अभियन्ताओं को निर्देशित किया है कि ऐसे फीडर जहॉ लाइन हानियॉ सबसे ज्यादा हैं वहॉ अभियान चलाकर विद्युत चोरी रोकी जाये। इसमें विजिलेन्स की भी मदद ली जाये। किसी को नाजायज परेशान न किया जाये लेकिन बिजली चोरों को पकड़ा जाये। उन्होंने कहाकि बेहतर विद्युत आपूर्ति और व्यवस्था के लिये यह जरूरी है कि विद्युत चोरी पर प्रभावी रोक लगे। ऐसे फीडर चिन्ह्ति किये जायें जहॉ सर्वाधिक विद्युत चोरी की संभावना है। सबसे पहले वहीं अभियान चलाया जाये।
अध्यक्ष ने आज प्रयागराज क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा में प्रयागराज (प्रथम) एवं फतेहपुर के अधीक्षण अभियन्ताओं को चार्जशीट देने के निर्देश दिये। इनके क्षेत्र में राजस्व, ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्ता, असिस्टेड बिलिंग, आर0डी0एस0एस0 तथा बिजनेस प्लान आदि योजनाओं की प्रगति संतोषजनक नहीं थीं। अधिशाषी अभियन्ता कोशाम्बी तथा खागा को भी सख्त चेतावनी दी गयी।