उत्तराखण्ड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से की शिष्टाचार भेंट

Report By: उत्तराखंड डेस्क
देहरादून: उत्तराखण्ड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने, पर्यटन ढांचे के सुदृढ़ीकरण और नए पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। मुलाकात सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई और इसमें राज्य के पर्यटन भविष्य की दिशा तय करने के कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सहमति बनी।राज्य में पर्यटन विकास को लेकर हुई चर्चा
मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री शेखावत को उत्तराखण्ड की परंपरागत औद्योगिक विरासत से जुड़ा विशेष उपहार – गंगाजलि एवं राज्य के पारंपरिक औद्योगिक उत्पाद – भेंट स्वरूप प्रदान किए। इस प्रतीकात्मक भेंट के माध्यम से उन्होंने राज्य की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का संदेश भी केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाया।
भेंट के दौरान मंत्री जोशी ने राज्य में पर्यटन क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला और बताया कि मसूरी, नैनीताल, हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ का दबाव है, जिससे वहां के संसाधनों और पर्यावरण पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस दबाव को कम करने के लिए आसपास के क्षेत्रों में नए पर्यटन स्थलों को विकसित करना अत्यंत आवश्यक है।
जोशी ने आग्रह किया कि केंद्र सरकार उत्तराखण्ड को विशेष पर्यटन सहायता प्रदान करे ताकि राज्य में ग्रामीण पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन, साहसिक पर्यटन (एडवेंचर टूरिज्म), और पारिस्थितिक पर्यटन (इको टूरिज्म) को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएं ताकि पर्यटक नए गंतव्यों की ओर आकर्षित हो सकें।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तराखण्ड सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उत्तराखण्ड देश के प्रमुख पर्यटन राज्यों में से एक है। उन्होंने राज्य के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार पर्यटन के विकास हेतु हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘देखो अपना देश’ अभियान के अंतर्गत उत्तराखण्ड को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।
इस मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों के बीच पर्यटन क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने, केंद्र प्रायोजित योजनाओं की गति बढ़ाने और युवाओं को पर्यटन के माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ने जैसे मुद्दों पर भी सार्थक चर्चा हुई।
राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी की यह पहल पर्यटन क्षेत्र को नया विस्तार देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच इस प्रकार की समन्वय बैठकें उत्तराखण्ड के पर्यटन क्षेत्र को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होंगी।