गाजीपुर के धरीखुर्द गांव में सफाई व्यवस्था बदहाल, लापरवाह सफाईकर्मियों से ग्रामीण परेशान

Report By : आसिफ़ अंसारी
गाजीपुर जिले के देवकली ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला गांव धरीखुर्द इन दिनों सफाई व्यवस्था की बदहाली को लेकर चर्चा में है। ग्राम सभा में सफाई कर्मचारियों की तैनाती तो की गई है, लेकिन वे अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से नहीं निभा रहे हैं।
ग्रामवासियों का कहना है कि गांव में कुल तीन सफाईकर्मी तैनात हैं, लेकिन कोई भी समय से ड्यूटी पर नहीं आता। आमतौर पर ये कर्मी सुबह 10 बजे के बाद गांव में आते हैं और केवल हाजिरी लगाकर वापस चले जाते हैं। न तो नालियों की नियमित सफाई होती है और न ही कूड़े-कचरे को हटाया जाता है।
गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। नालियां जाम पड़ी हैं और उनमें पानी जमा है जिससे बदबू और मच्छरों की भरमार हो गई है। खासकर बरसात के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि घास और गंदगी के बीच मच्छरनाशक दवाओं का कोई छिड़काव नहीं किया जाता, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। कई जगहों पर डेंगू और मलेरिया जैसे रोग फैलने की आशंका बनी हुई है।
एक और बड़ी समस्या सामुदायिक शौचालय के पास स्थित सरकारी हैंडपंप की है, जहां पर महीनों से जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। इस जल जमाव से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। लोग इस रास्ते से गुजरते समय कीचड़ और बदबू से तंग आ चुके हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित अधिकारियों से इस समस्या की शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अब गांव के लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि सफाई व्यवस्था को तत्काल सुधारा जाए, लापरवाह सफाईकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और गांव को स्वच्छता की दिशा में एक बार फिर से आगे बढ़ाया जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित रहना उनके लिए अब मुश्किल होता जा रहा है।
सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान की असली तस्वीर गांव में कुछ और ही नजर आ रही है, जहां व्यवस्था केवल कागजों पर चल रही है और जमीन पर हालात जस के तस बने हुए हैं।