पाकिस्तानियों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश, क्या सीमा हैदर को भी जाना होगा?

Report By : स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली : भारत सरकार ने एक बड़ा और सख्त फैसला लेते हुए देश में रह रहे सभी अवैध पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इस फैसले ने न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह आदेश सीमा हैदर पर भी लागू होगा?
सीमा हैदर, जो पाकिस्तान की नागरिक हैं, पिछले साल अपने बच्चों के साथ भारत आ गई थीं। उन्होंने एक भारतीय नागरिक के साथ संबंध बनाए और यहीं बसने की कोशिश की। उनका मामला पिछले कुछ महीनों से मीडिया में छाया रहा है और कई लोगों की सहानुभूति भी उन्हें मिली है। पर अब जब सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है, तो उनकी स्थिति एक बार फिर असमंजस में आ गई है।
सरकार का कहना है कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है। हाल के दिनों में कुछ आतंकी गतिविधियों और अवैध रूप से रह रहे लोगों की संदिग्ध गतिविधियों के चलते खुफिया एजेंसियों ने सरकार को सतर्क किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में रह रहे सभी अवैध पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने का नोटिस दें।
इस आदेश में कहा गया है कि जिन लोगों के पास वैध वीजा या परमिट नहीं है, उन्हें तत्काल देश छोड़ना होगा। अगर कोई निर्धारित समय के भीतर भारत नहीं छोड़ता, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें गिरफ्तारी, निर्वासन और भविष्य में भारत में प्रवेश पर प्रतिबंध जैसे कदम शामिल हो सकते हैं।
अब बात करें सीमा हैदर की, तो उनका मामला थोड़ा अलग है। वह एक पाकिस्तानी नागरिक होते हुए भी भारत में रहने की अपील कर चुकी हैं। उन्होंने शरण मांगने के लिए आवेदन भी दिया है, जो कानूनी प्रक्रिया से गुजर रहा है। इसके अलावा, उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और उन्होंने भारत में जीवन शुरू करने की इच्छा जताई है। इस कारण उनका मामला मानवीय दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है।
हालांकि, अभी तक सरकार या गृह मंत्रालय की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि सीमा हैदर पर यह आदेश लागू होगा या नहीं। लेकिन चूंकि आदेश में “सभी अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों” की बात की गई है, इसलिए यह माना जा सकता है कि अगर उनकी स्थिति वैध नहीं मानी गई, तो उन्हें भी देश छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
कुछ मानवाधिकार संगठनों ने इस आदेश पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि ऐसे फैसलों में मानवीय संवेदनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए, खासकर महिलाओं और बच्चों के मामलों में। वहीं, कुछ लोगों ने सरकार के इस निर्णय का समर्थन किया है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ज़रूरी बताया है।
फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है। आने वाले दिनों में सरकार की ओर से इस पर अधिक जानकारी दी जा सकती है। तब तक यह सवाल लोगों के मन में बना रहेगा — क्या सीमा हैदर को भी 48 घंटे में भारत छोड़ना होगा?