समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी मऊ से की मुलाक़ात, फर्जी मुक़दमे और प्रशासनिक दुर्व्यवहार पर जताया विरोध

Report By: आसिफ अंसारी

मऊ:जनपद मऊ में समाजवादी पार्टी के नेताओं का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल आज पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी मऊ से मिला और उन्हें दो महत्वपूर्ण मामलों में ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने छात्र राजनीति से जुड़े नेता राघवेंद्र सिंह उर्फ़ ‘घुरा’ के खिलाफ दर्ज एक कथित फर्जी मुक़दमे और मधुबन के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) द्वारा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र मिश्रा के खिलाफ की गई कथित दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया।


फर्जी मुकदमा, सत्ता का दुरुपयोग है
प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान में समाजवादी पार्टी की जिला कार्यकारिणी के सक्रिय सदस्य राघवेंद्र सिंह घुरा के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई है, वह पूरी तरह से झूठी और राजनीतिक दबाव में की गई कार्रवाई है। प्रतिनिधिमंडल के अनुसार, शिकायतकर्ता स्वयं घुरा को जानते तक नहीं हैं और न ही घुरा उन्हें जानते हैं, इसके बावजूद शासन के दबाव में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसे लोकतंत्र और कानून व्यवस्था का मज़ाक बताया और पुलिस अधीक्षक मऊ से मामले की निष्पक्ष जांच कर मुकदमा तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी।
पुलिस अधीक्षक मऊ ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और यदि मुकदमा फर्जी पाया गया तो उसे वापस ले लिया जाएगा।

मधुबन के एसडीएम भ्रष्टाचार में लिप्त, जांच हो संपत्ति की
प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी मऊ से मधुबन के उपजिलाधिकारी अग्रवाल की कार्यशैली और भाषा पर भी कड़ा ऐतराज़ जताया। उन्होंने बताया कि एसडीएम ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी श्री राजेंद्र मिश्रा के विरुद्ध जो बयानबाज़ी और प्रशासनिक कार्रवाई की है, वह बेहद निंदनीय, अपमानजनक और पक्षपातपूर्ण है।
नेताओं ने आरोप लगाया कि एसडीएम मधुबन भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उनके पास उनकी आयु से कहीं अधिक संपत्ति है। उन्होंने जिलाधिकारी से एसडीएम की सम्पत्ति की जांच और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
जिलाधिकारी महोदय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच कर न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे ये प्रमुख नेता
आज समाजवादी पार्टी के जिस प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा, उसमें शामिल थे:
दूधनाथ यादव – जिला अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
हाजी इरफान – राष्ट्रीय सचिव
शैलेंद्र यादव “साधु”, धर्म प्रकाश यादव, शिव प्रताप यादव “मुन्ना” – पूर्व जिला अध्यक्ष
कुद्दूस अंसारी – जिला महासचिव
प्रभात राय – सांसद प्रतिनिधि
तय्यब पालकी – पूर्व नगर पालिका परिषद अध्यक्ष
रामधनी चौहान – जिला कोषाध्यक्ष
महेन्द्र यादव, देवनाथ यादव, आबिद अंसारी
पंकज उपाध्याय – जिला उपाध्यक्ष
राजेश यादव – युवजन सभा जिलाध्यक्ष
शहनाज़ आलम, वीरेंद्र यादव, लालबहादुर यादव, अशोक यादव, माधवेश पांडेय, रामप्रकाश यादव, उमाकांत यादव सहित कई अन्य कार्यकर्ता

समाजवादी पार्टी का स्पष्ट संदेश
समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह जनहित और कार्यकर्ताओं की गरिमा के मुद्दों पर किसी भी प्रकार का अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी। चाहे वह प्रशासनिक दुर्व्यवहार हो या राजनीतिक दमन, पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध करती रहेगी।

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