पटना के पारस हॉस्पिटल में कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को अपराध की दुनिया से जुड़ी एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। बक्सर जिले का कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा, जो अदालत द्वारा फांसी की सजा का दोषी था, उसकी दिनदहाड़े पारस हॉस्पिटल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले ने पूरे पुलिस प्रशासन को सकते में डाल दिया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को इस वारदात के पीछे शेरु गिरोह की संलिप्तता का संदेह है।
बक्सर जिले में आतंक का दूसरा नाम बन चुका चंदन मिश्रा का अपराध का लंबा इतिहास रहा है। अदालत ने उसे जिले के चर्चित चूना व्यवसायी राजेन्द्र केसरी की निर्मम हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, चंदन मिश्रा ने शेरु गिरोह के सरगना शेरु के साथ मिलकर इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। हत्या से पहले गिरोह ने खुलेआम धमकी दी थी कि “कल मारेंगे” और अगले ही दिन व्यवसायी केसरी को दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी। इस निर्मम हत्या के बाद पूरे बक्सर जिले में दहशत का माहौल बन गया था।
जानकारी के अनुसार, राजेन्द्र केसरी हत्याकांड के बाद पुलिस ने चंदन मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं गिरोह के दूसरे सदस्य शेरु ने पटना समेत भोजपुर और बक्सर में अपराध की घटनाओं को अंजाम देना जारी रखा। शेरु बाद में पटना के चर्चित आरा तनिष्क ज्वेलरी लूट कांड में मुख्य आरोपी के तौर पर पकड़ा गया और वर्तमान में जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि जेल में बंद होने के बावजूद शेरु का गिरोह अभी भी सक्रिय है और उसी गिरोह ने इस हत्या की साजिश रची हो सकती है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चंदन मिश्रा हाल ही में अदालत से पैरोल पर बाहर आया था। वह पाइल्स (बवासीर) की बीमारी से पीड़ित था और इलाज के लिए पटना के चर्चित पारस हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था। घटना के दिन जब वह ऑपरेशन के बाद अस्पताल के वार्ड में था, तभी हथियारबंद हमलावरों ने हॉस्पिटल में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियों की आवाज़ से अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों समेत डॉक्टर-स्टाफ जान बचाकर भागे।
चंदन मिश्रा को करीब 7 गोलियां मारी गईं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हमलावर आसानी से भाग निकले। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और पारस हॉस्पिटल के CCTV फुटेज को खंगाला जा रहा है।
पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस का मानना है कि हत्या एक सुनियोजित साजिश थी और इसमें जेल में बंद शेरु की अहम भूमिका हो सकती है। पुलिस ने बताया कि हत्या में शेरु गिरोह के सक्रिय शूटरों की संलिप्तता का शक है।
पटना SSP ने मीडिया से बात करते हुए कहा
हमले की जांच गंभीरता से की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला आपसी गैंगवार का प्रतीत होता है। सभी एंगल की जांच की जा रही है, जल्द ही साजिश का पर्दाफाश होगा।”
अस्पताल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर खुलेआम गोलीबारी की घटना ने बिहार में कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना के बाद अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी घटना की रिपोर्ट मांगी है।
बक्सर और पटना में इस घटना को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। विपक्ष ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया है। राजद और भाजपा नेताओं ने ट्वीट कर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
इधर, पटना पुलिस की कई टीमों ने छापेमारी शुरू कर दी है। गुप्त सूचना के आधार पर कई ठिकानों पर छापेमारी हो रही है। पुलिस ने पारस हॉस्पिटल के सभी स्टाफ से पूछताछ की है। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि हमलावर मरीज बनकर दाखिल हुए थे और अचानक वारदात को अंजाम देकर भाग निकले।