गाजीपुर मेडिकल कॉलेज में कम्युनिटी हेल्थ को मजबूत करने हेतु एकदिवसीय कार्यशाला (One-Day Workshop) सफलतापूर्वक संपन्न

Report By : आसिफ अंसारी
गाजीपुर : मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर में दिनांक 4 दिसंबर 2025 को विभाग कम्युनिटी मेडिसिन (Community Medicine Department) द्वारा एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक एकदिवसीय कार्यशाला (One-Day Workshop) का सफल आयोजन किया गया। इस आयोजन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization – WHO), PATH तथा उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) के सहयोग से संपन्न किया गया, जिसका उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा (Medical Education) और सामुदायिक स्वास्थ्य (Community Health) के क्षेत्र में गुणवत्ता संवर्धन और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देना रहा। यह कार्यशाला न केवल मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों के लिए एक महत्त्वपूर्ण मंच सिद्ध हुई, बल्कि पब्लिक हेल्थ (Public Health) के विकसित होते आयामों पर गहन चर्चा का अवसर भी प्रदान करती रही।
कार्यशाला के आयोजन अध्यक्ष (Organising Chairperson) मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आनंद मिश्रा रहे, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं आयोजन सचिव (Organising Secretary) का दायित्व प्रो. धनंजय सिंह ने बड़े ही कुशलतापूर्वक निभाया। इस कार्यक्रम में कम्युनिटी मेडिसिन, महामारी विज्ञान (Epidemiology), सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन (Public Health Management) और आधुनिक स्वास्थ्य तकनीकों (Modern Health Technologies) से जुड़े कई विशेषज्ञों ने अपने अनुभव और शोध-आधारित जानकारियाँ साझा कीं। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, सामुदायिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान, उनका विश्लेषण एवं समाधान के वैज्ञानिक तरीकों से अवगत कराना था।
कार्यशाला के दौरान आयोजित विभिन्न तकनीकी सत्रों (Technical Sessions) में विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य प्रणाली (Health System) को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कौशल, आधुनिक दृष्टिकोण और वैज्ञानिक विधियों पर प्रकाश डाला। प्रतिभागियों को वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों (Global Health Challenges), निवारक उपायों (Preventive Measures) तथा सामुदायिक हस्तक्षेप (Community Intervention) से संबंधित नवीनतम जानकारियाँ प्रदान की गईं। इसके साथ ही, डिजिटल स्वास्थ्य उपकरणों (Digital Health Tools), डाटा संग्रहण तकनीकों (Data Collection Techniques) और हेल्थ सर्विलांस (Health Surveillance) के आधुनिक पहलुओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी आवश्यकताओं और नीति निर्धारण (Policy Making) की प्रक्रिया में वैज्ञानिक विश्लेषण की भूमिका पर भी जोर दिया।
इस कार्यशाला में मेडिकल कॉलेज गाजीपुर के फैकल्टी सदस्य (Faculty Members), सीनियर रेजिडेंट (Senior Residents), जूनियर रेजिडेंट (Junior Residents) एवं एमबीबीएस (MBBS) के छात्र-छात्राओं सहित कुल 100 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को अत्यंत शिक्षाप्रद, उपयोगी और करियर उन्मुख बताया। उनका कहना रहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ न केवल मेडिकल शिक्षा को आधुनिक बनाती हैं, बल्कि चिकित्सा जगत में वर्तमान बदलावों को समझने तथा उन्हें व्यावहारिक रूप से लागू करने में भी सहायता प्रदान करती हैं। कई प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ऐसी गतिविधियाँ युवाओं को नई दिशा देती हैं और उनके पेशेवर दृष्टिकोण (Professional Perspective) को अत्यधिक मजबूत बनाती हैं।
PATH और WHO की ओर से आए विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में सामुदायिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए क्षमता निर्माण (Capacity Building) बेहद आवश्यक है, और इस तरह के कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न देशों में पब्लिक हेल्थ मॉडल (Public Health Model) लगातार विकसित हो रहे हैं और भारत भी इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज स्तर पर इस प्रकार की शैक्षणिक पहल छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में अत्यधिक सहायक हैं।
कार्यक्रम के अंत में आयोजन अध्यक्ष प्रो. आनंद मिश्रा ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजन टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए निरंतर शैक्षणिक गतिविधियाँ (Academic Activities) अत्यंत आवश्यक हैं। भविष्य में भी मेडिकल कॉलेज में इसी तरह की कार्यशालाएँ, प्रशिक्षण कार्यक्रम (Training Programs) और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिससे छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक स्वास्थ्य मानकों (Global Health Standards) के अनुरूप तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार तभी संभव है जब चिकित्सा विशेषज्ञ नवीनतम शोध, तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभवों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुँचें।





