इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग पूरी कर गांव लौटे सिपाही का भव्य स्वागत, हसनपुर उत्तरी में देशभक्ति का माहौल बना चर्चा का विषय

Report By : राहुल मौर्य
मसवासी (रामपुर) चौकी क्षेत्र के गांव हसनपुर उत्तरी में उस समय देशभक्ति और उत्साह का वातावरण देखने को मिला, जब इंडियन आर्मी (Indian Army) में सिपाही के पद पर चयनित होकर ट्रेनिंग (Training) पूरी करने के बाद अरुण कुमार गांव लौटे। जैसे ही उनके आगमन की सूचना ग्रामीणों को मिली, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। ढोल-नगाड़ों (Drum Celebration) की गूंज के बीच ग्रामीणों ने पारंपरिक अंदाज में उनका जोरदार स्वागत किया, जिससे यह कार्यक्रम एक यादगार सामाजिक आयोजन के रूप में सामने आया।
गांव हसनपुर उत्तरी निवासी अरुण कुमार, पुत्र विजय सिंह, का इंडियन आर्मी (Indian Army Soldier) में चयन क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बना है। रविवार को जब वे ट्रेनिंग पूरी कर गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। गांव के मुख्य मार्ग से लेकर उनके घर तक स्वागत जुलूस जैसा माहौल रहा। युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ नारे लगाते हुए देश सेवा (Nation Service) के प्रति सम्मान प्रकट किया। ग्रामीणों ने अरुण कुमार के माथे पर तिलक लगाकर उनके उज्ज्वल भविष्य और दीर्घायु की कामना की।
इस अवसर पर अरुण कुमार के परिजनों में भी अपार खुशी देखी गई। परिवार के सदस्यों ने भावुक होकर बेटे का स्वागत किया और इसे वर्षों की मेहनत, अनुशासन (Discipline) और संघर्ष का परिणाम बताया। परिवारजनों का कहना था कि सीमित संसाधनों के बावजूद अरुण ने अपने लक्ष्य पर फोकस (Focus) बनाए रखा और कठिन परिश्रम से सफलता हासिल की। इस उपलब्धि ने न केवल परिवार का मान बढ़ाया है, बल्कि पूरे गांव को गौरवान्वित किया है।
ग्रामीणों के आत्मीय स्वागत से अभिभूत अरुण कुमार ने गांव में घर-घर जाकर सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने युवाओं से अनुशासित जीवन, शारीरिक फिटनेस (Physical Fitness) और सकारात्मक सोच अपनाने का संदेश दिया। अरुण का कहना था कि इंडियन आर्मी (Indian Army) में सेवा केवल नौकरी नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति समर्पण (Dedication to Nation) का भाव है। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान कठिन परिस्थितियों में टीमवर्क (Teamwork), साहस और जिम्मेदारी का महत्व सिखाया जाता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में काम आता है।
मसवासी क्षेत्र पहले से ही डिफेंस फोर्सेज (Defence Forces) के लिए जाना जाता रहा है। यहां के कई युवक आर्मी (Army), सीआरपीएफ (CRPF), बीएसएफ (BSF) और उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) जैसी सेवाओं में चयनित होकर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। अरुण कुमार की सफलता ने इस परंपरा को और मजबूती दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे आयोजन युवाओं में प्रेरणा (Inspiration) का काम करते हैं और समाज में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।
क्षेत्र के शिक्षित और जागरूक नागरिकों का मानना है कि ग्रामीण परिवेश से निकलकर राष्ट्रीय सेवाओं में जाना आसान नहीं होता, लेकिन मजबूत इच्छाशक्ति (Will Power) और सही मार्गदर्शन से यह संभव है। अरुण कुमार जैसे उदाहरण यह साबित करते हैं कि ग्रामीण प्रतिभा (Rural Talent) किसी भी तरह से कम नहीं है। उनके स्वागत कार्यक्रम ने न सिर्फ एक व्यक्ति की सफलता का उत्सव मनाया, बल्कि गांव के सामूहिक आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाई दी।
कार्यक्रम के दौरान गांव में देशभक्ति गीतों (Patriotic Songs) की गूंज सुनाई दी और कई युवाओं ने भविष्य में सेना और अन्य सुरक्षा बलों (Security Forces) में जाने की इच्छा जाहिर की। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे मौके समाज को जोड़ने का काम करते हैं और बच्चों में राष्ट्रप्रेम (Patriotism) की भावना को मजबूत करते हैं। कुल मिलाकर हसनपुर उत्तरी में हुआ यह स्वागत समारोह एक प्रेरणास्पद सामाजिक घटना के रूप में याद रखा जाएगा।





