वैशाली जिले में शीतलहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है

Report By:मृत्युंजय कुमार

जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार, हाजीपुर में संभावित शीतलहर से निपटने की तैयारियों पर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ समयबद्ध एवं प्रभावी तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी ने बैठक की शुरुआत में मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्व चेतावनियों का उल्लेख करते हुए कहा कि शीतलहर की तीव्रता को देखते हुए व्यापक स्तर पर जनता को सतर्क करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों, कार्यपालक पदाधिकारियों एवं संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि मौसम की ताज़ा जानकारी और शीतलहर से बचाव के उपायों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि आम नागरिक समय रहते सावधानी अपनाने में सक्षम हो सकें।

रैन बसेरों की व्यवस्था पर विशेष चर्चा करते हुए जिला पदाधिकारी ने प्रभारी पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन तथा कार्यपालक पदाधिकारी, हाजीपुर को निर्देश दिया कि जिले में स्थापित सभी रैन बसेरों का भौतिक सत्यापन कर लिया जाए। उन्होंने कंबल, साफ-सफाई, पीने के पानी, प्रकाश, हीटर और अन्य आवश्यक सुविधाओं को हर हाल में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि रैन बसेरों के स्थानों का प्रचार-प्रसार हो, ताकि ज़रूरतमंद लोग आसानी से इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

जन-जागरूकता को लेकर जिला पदाधिकारी ने मीडिया और प्रचार तंत्र को सक्रिय करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रमुख स्थानों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों और चौक-चौराहों पर शीतलहर से बचाव संबंधी जानकारी वाले पोस्टर, बैनर और होर्डिंग लगाए जाएँ। इससे सामान्य नागरिकों को जरूरी जानकारी समय पर मिल सकेगी।

स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्रों और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ठंड से संबंधित मरीजों के उपचार हेतु पर्याप्त दवाइयाँ, बेड, कंबल और हीटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिला पदाधिकारी ने विशेष रूप से निर्देश दिया कि सर्दी, डायरिया, निमोनिया और हाइपोथर्मिया जैसी ठंडजनित बीमारियों से बचाव के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाई जाए।

सामाजिक सुरक्षा से जुड़े विभागों को निर्देश देते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि अत्यधिक ठंड से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले वृद्ध, महिला और बच्चों को प्राथमिकता देते हुए पर्याप्त संख्या में कंबलों का वितरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पशुधन की सुरक्षा को लेकर पशुपालन विभाग को भी विशेष निर्देश दिए गए। विभाग को पशुओं के लिए 36 प्रकार की आवश्यक दवाएं, जिनमें एंटीबायोटिक्स, विटामिन, एंटी-कोल्ड और FMD वैक्सीन शामिल हैं, उपलब्ध कराने को कहा गया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों के बीच जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया।

विद्युत विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए फील्ड में विशेष सर्वे करने तथा किसी भी खराबी का तत्काल समाधान करने का आदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने कहा कि ठंड के मौसम में बिजली आपूर्ति अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए विभाग को सतर्क रहना होगा।

परिवहन विभाग को जिले के सभी ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर वहाँ रिफ्लेक्टर और चेतावनी संकेतक लगाने का निर्देश मिला, ताकि धुंध के कारण संभावित दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। खेती-किसानी पर प्रभाव को देखते हुए कृषि विभाग को भी पाला से बचाव के लिए किसान सलाहकारों और समन्वयकों के माध्यम से गाँव-गाँव जाकर किसान चौपाल आयोजन करने को कहा गया।

बैठक के अंत में जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया कि शीतलहर की स्थिति में जनसुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन संवेदनशीलता और तत्परता के साथ करें, ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में अपर समाहर्ता (आपदा), जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी, नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी तथा सभी अंचल अधिकारी उपस्थित रहे।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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