4 अप्रैल की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ –
स्विट्जरर्लैंड में बेसल यूनिवर्सिटी की 1460 में स्थापना।
उत्तरी जर्मनी के विस्मार पर रुस और प्रशिया की सेनाओं ने 1716 में कब्जा किया।
जेकब रोजरविन ने 1722 में पूर्वी आयरलैंड की खोज की।
अमेरिकी कांग्रेस ने 1818 में राष्ट्रध्वज में ’13 लाल और सफ़ेद स्ट्रिप्स तथा 20 सितारे’ शामिल करने को मंजूरी दी।
ह्ययूज रोज के नेतृत्व में ब्रिटिश सेना के साथ युद्ध करने के बाद 1858 में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई झांसी से निकलकर काल्पी पहुंची और बाद में ग्वालियर की ओर चली गई।
कांगरा घाटी में 1905 में आये जबरदस्त भूकंप से लगभग 20000 लोगों की जान गई।
दार्शनिक श्री अरबिंदो घोष पांडिचेरी (अब पुड्डुचेरी) पहुंचे जहां उन्होंने 1910 में योग और आध्यात्मिक केन्द्र खोला।
अमेरिकन सीनेट ने 1916 में प्रथम विश्व युद्ध में हिस्सा लेने को मंजूरी दी।
लीबिया के बेनगाजी शहर पर जर्मनी की सेना ने 1941 में कब्जा किया।
ब्रिटिश सेना ने 1944 में इथोपिया के आदिश अबाबा पर कब्जा किया।
उत्तरी अटलांटिक सैन्य संगठन (NATO) की 1949 में स्थापना हुई जो शीतयुद्ध के शुरुआती दौर का नतीजा थी।
अफ्रीकी देश सेनेगल ने 1960 में फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल करने की घोषणा की।
बिल गेट्स और पॉल एलन के बीच 1975 में हुए समझौते के फलस्वरूप माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना हुई।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को 1979 में फांसी की सजा दे दी गई।
अमेरिका के मानवाधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग की 1968 में आज ही के दिन हत्या कर दी गई।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा द्वारा 1994 में तिब्बती बालक उग्येन थिनली दोरजी की नये कर्मापा के रूप में घोषणा।
क्रयशक्ति की क्षमता की दृष्टि से विश्व बैंक ने 1997 में भारत को विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश घोषित किया ।
4 अप्रैल को जन्मे व्यक्ति –
मशहूर हिन्दी कवि, लेखक, नाटककार और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 1889 को मध्य प्रदेश में हुआ।
अमेरिकी संगीतकार एलमर बर्नस्टाइन का जन्म 1922 में हुआ।
भारत की मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री परवीन बॉबी का जन्म 1949 में गुजरात के जुनागढ़ में हुआ।
भारतीय अभिनेत्री एवं फैशन मॉडल लीसा रे का जन्म 1972 में हुआ।
अंग्रेजी फिल्मों के एक अभिनेता हीथ लैजर का जन्म 1979 में हुआ।
हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन “अज्ञेय” का 1987 में निधन।
भारत की प्रसिद्ध समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद हंसा मेहता का 1995 में निधन।