लखनऊ। गोसाईंगंज क्षेत्र के 33 गांवों की जमीन अधिग्रहण की सूचना से किसान आक्रोशित है।
किसान यूनियन धर्मेन्द्र गुट के वैनर तले जुटे करीब दो हजार किसानों ने शुक्रवार को सरकारी महकमे की नीतियों का विरोध करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
किसान नेता धर्मेंद्र का कहना था कि, सरकारी महकमे किसानों को लूटने पर तुले हुए हैं।किसान उनकी शर्तों पर अपनी पुश्तैनी जमीनें किसी के दबाव में नहीं बेचेंगे।
किसान नेता धर्मेंद्र ने बताया कि इस समय एक बीघा जमीन की बाजार में कीमत करीब 2 करोड़ रुपए है।
सरकारी एजेंसियां सर्किल रेट का 4 गुना कीमत देने की बात कर रही हैं।जो करीब 30 लाख रुपए होती है। किसान किसी भी हालत में अपनी जमीन इस मूल्य पर नहीं देगा। उनका कहना है कि,इसी सरकारी घालमेल को लेकर किसान विरोध पर उतरा है।
शहीद पथ के पास हजारों की संख्या में किसानों का धरना प्रदर्शन –
किसानो की मांग है की वर्तमान में बाजार की कीमत का चार गुना मुआवजा दिया जाए । अर्जुनगंज,सरसावा,हरिहरपुर, के किसानों को परेशान करना बंद किया जाए।भारतीय किसान यूनियन धर्मेंद्र गुट द्वारा चल रहें प्रदर्शन में भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
एलडीए के अधिकारी किसानों के साथ वार्ता कर उन्हें राजी करने में जुटे रहे।
किसान अपनी मांगों पर अड़े-
शशांक अभियंता एलडीए महापंचायत में पहुंचे, और किसानों से प्रदर्शन बंद करने को कहा लेकिन किसान नेता नहीं माने,अभियंता ने डिप्टी कमिश्नर एलडीए से 5 अक्तूबर दिन 11 बजे बैठक का भरोसा दिलाया,तब जाकर किसानों ने धरना प्रदर्शन बंद किया।