अशासकीय विद्यालय प्रबंधक महासभा ने जताई प्रदेश सरकार से सहयोग की उम्मीद
आज रविंद्रालय में आयोजित होगा महासभा का पहला प्रांतीय सम्मेलन
लखनऊ। अशासकीय विद्यालयों को सरकारी हस्तक्षेप से मुक्त करने और उनकी संप्रभुता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को अशासकीय विद्यालय प्रबंधक महासभा के गठन का ऐलान किया गया। हजरतगंज स्थित प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में इसकी घोषणा महासभा के अध्यक्ष कृष्ण मोहन मिश्र ने की। इस दौरान प्रथम कार्यकारिणी के सदस्यों के नाम का भी ऐलान किया गया।
कृष्ण मोहन मिश्र ने कहा कि अशासकीय विद्यालय प्रबंधक महासभा प्रदेश के सभी क्षेत्रों में शिक्षा के प्रचार प्रसार, प्रबंधकीय प्रबंधन और विद्यालय उन्नयन के लिए समर्पित संस्था है। हमारे प्रबंधक सदस्य वर्षों से प्रदेश में प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों का सफलतापूर्वक प्रबंधन कर रहे हैं। बातचीत के क्रम में श्री मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग से उनकी अपेक्षा है कि वे अशासकीय विद्यालयों की मूलभूत समस्याओं का निराकरण करेंगे और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
महासभा के महामंत्री दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि महासभा का लक्ष्य अशासकीय विद्यालयों को सरकारी हस्तक्षेप से मुक्त कराना और उनकी संप्रभुता सुनिश्चित करना है। महासभा के गठन के ऐलान के साथ ही इसके प्रथम प्रांतीय सम्मेलन की तारीख भी बताई गई। 14 सितंबर 2024 शनिवार को लखनऊ के रविन्द्रायलय में प्रथम सम्मेलन आयोजित की जाएगी। इसमें प्रबंधकों की समस्याओं पर गहन चर्चा होगी और उनके समाधान के लिए सुझाव दिए जाएंगे।
ये बने पदाधिकारी
अशासकीय विद्यालय प्रबंधक महासभा के अध्यक्ष कृष्ण मोहन मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य भूषण गुप्ता, उपाध्यक्ष महेश पति त्रिपाठी, उपाध्यक्ष डॉ० सौरभ कुमार सिंह, महामंत्री दिनेश चन्द सिंह, मंत्री विश्वेन्दु प्रताप राय, उप मंत्री डॉ० उदय भान सिंह, कोषाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ।