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इटावा प्रजापति ब्रह्मकुमारियों ने निकाली प्रभात फेरी      *महाशिवरात्रि सप्ताह के अंतर्गत प्रवचन

जीवन को आध्यात्मिक बनाने के लिए अपने सोच को सकारात्मक बनाएं

*प्रजापति ब्रह्मकुमारियों ने निकाली प्रभात फेरी

*महाशिवरात्रि सप्ताह के अंतर्गत प्रवचन

 

जसवंतनगर(इटावा)। प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के  जसवंतनगर, टीचर्स कॉलोनी केंद्र द्वारा रविवार को एक दिवसीय विराट राजयोग एवम परमपिता के महाशिव रात्रि सप्ताह एवम  जन्मोत्सव के तहत नगर में बड़ी प्रभातफेरी नगर की सड़कों पर  निकाली गई , जिसमे सैकड़ों की संख्या में  शामिल ब्रह्मकुमारी बहनों, भाइयों ने राजयोग, ओम शांतिः के नारे गुंजाये।

इस अवसर पर आयोजित राजयोग शिविर और प्रवचन सभा मे आगरा से पधारी रोबिन बहन औऱ करहल की निधि बहन ने परमपिता शिव  को संसार का मूल रचयिता बताते कहा कि जीवन को आध्यामिकता से जोड़ना, सकारात्मक सोच व विकारों से मुक्ति द्वारा ही ईश्वरीय शक्ति स्वयं में  पैदा होती है।

उन्होंने कहा कि हमे याचक से अधिकारी बनने के लिए  ईश्वर से जुड़ना व उससे प्यार करना होगा। सुख तो साधनों से मिल जाता है, मगर शांति ईश्वरी की साधना ही देगी।घर गृहस्थी में संतुलन बैठाते परमपिता शिव की आराधना में हमें लीन होना चाहिए। भरथना से पधारी अनीता बहन ने  परमात्मा का परिचय देते कहा कि शरीर मे आत्मा चालक की तरह कार्य करती है । राजयोग के जरिये परम् पिता शिव यानी ईश्वर तक यही निर्विकार मन से पहुंचाती है । ब्रह्मकुमारी संस्था गुणों एवं शक्तियों की खान है।

प्रवचन सभा का शुभारंभ सैफई की ब्लॉक प्रमुख मृदुला यादव ने किया। उनका सेंटर की संचालिका शकुंतला बहन ने स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख जसवंतनगर संतोष यादव और शीला बहन ने भी उन्हें सम्मानित किया।

प्रभात फेरी में  ‘जब छोड़ेंगे पांच विकार मिटेगा भृस्टाचार, द्वार खड़े हैं शिव भगवान, पांच विकारों का दे दो दान’.. जैसे नारे काफी प्रभाव लोगों पर छोड़ रहे थे।

रेखा बहन आगरा, तेजस्वनी करहल, पुष्पा बहन इटावा, विनय भाई आगरा, अशोक भाई, किरण आगरा आदि ने भी प्रवचनों में ईश्वरीय विश्वविद्यालय के उद्देश्यों और जीवन लक्ष्यों पर विचार व्यक्त किए।

दिन भर चले सम्पूर्ण आयोजन में स्थानीय ब्रह्मकुमारी बहनों के अलावा  राजेन्द्र सिंह यादव,मोहन गुप्ता, मुकेश कुमार, सर्वेश गुप्ता,  अहिबरन सिंह, राम दास, राममोहन, नेत्रपाल सिंह आदि ने सहयोग किया।