इटावा बीहड़ों में डेढ़ दशक से शांति जीवन यापन कर रहे चंबल घाटी के लोगों में अब फिर से दस्यु गिरोहों की चहलकदमी से दहशत का माहौल है। डेढ़ दशक पहले चंबल घाटी के इन दस्यु गिरोह को पुलिस ने या तो मार गिराया था या फिर पुलिस के भय से इन दस्युओं ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके चलते चंबल क्षेत्र के लोग शांति का जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन अब बीहड़ क्षेत्र के लोगों की बातों पर यकीन किया जाए तो इस समय चंबल और यमुना के दोनों क्षेत्र के बीहड़ों में अज्ञात दस्यु गिरोह घूम रहा है। इसमें कि करीब एक दर्जन से अधिक लोग अत्याधुनिक हथियारों से लैश हैं।
इटावा में चंबल के बीहड़ों में फिर से दस्यु गिरोह की आहट सुनाई देने लगी है। यहां पर प्राथमिक विद्यालय शिक्षक की गिरोह से सामना होने की बात सामने आ रही है। शिक्षक के मुताबिक, अत्याधुनिक हथियारों से लैस एक दर्जन से अधिक दस्यु गिरोह के सदस्य होने की बात बताई गई है। पुलिस दोनों घटनाओं की गहनता से जांच कर रही है। साथ ही मध्यप्रदेश की पुलिस के भी सम्पर्क में है।
सीओ चकरनगर राकेश वसिष्ठ ने बतया कि कल शिक्षक के साथ हुई घटना पूरी तरह झूठी हैं। शिक्षक ने लिखित रूप से भी पुलिस से घटना से इनकार किया है। वहीं 4 दिन पूर्व की घटना पर कहा कि पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। मध्यप्रदेश पुलिस के भी हम लोग संपर्क में है। पुलिस हर पहलुओं की छानबीन में जुटी हुई है।
एक दिन पहले मारपीट कर किया था अगवा
आरोप है कि गुरुवार को बीहड़ क्षेत्र स्थित परिषदीय स्कूल मे सेवारत शिक्षक को दस्यु गिरोह ने मारपीट कर अगवा कर लिया। बताया जा रहा है कि दस्यु सदस्य शिक्षक को मारपीट कर खींचकर अपने साथ बीहड़ के अंदर ले गए। शिक्षक ने बताया कि वह बाइक से बीआरसी जा रहा था, तभी कायछी गांव के पास 3 दस्यु सदस्यों ने उनको रोककर सड़क से 50 मीटर अंदर ले गए। जहां लगभग दस दस्यु सदस्य मौजूद थे और सभी आधुनिक असलाहों से लैश और हर एक के गले में चाकुओं की माला पड़ी हुई थी।
शिक्षक बताते हैं कि दस्यु सदस्यों ने उनके साथ मारपीट की और क्षेत्र के बारे में जानकारी हासिल करना चाही। शिक्षक ने क्षेत्र के बारे में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए अपने आप को राहगीर बताकर उनको गुमराह कर दिया। इसके बाद उन्होंने शिक्षक का मोबाइल, घड़ी और कुछ रुपये छीन लिए और एक घंटा पूछताछ करते रहे। उनका मोबाइल, घड़ी वापस करते हुए उनको वहां से जाने दिया।