Published by : Sanjay Sahu
चित्रकूट : मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक कांग्रेस का उद्घाटन हाई ब्रिड मोड़ मे ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सीएमसीएलडीपी सभागार में हुआ। मध्यप्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा मुख्य अतिथि रहे । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो के बी पांडेय औऱ मध्यप्रदेश विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ अनिल कोठारी विशिष्ट अतिथि रहे।।अध्यक्षता कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने की। 37वी युवा साइंटिस्ट कांग्रेस के संयोजक डॉ मनोज कुमार राठौर , समन्वयक द्वय अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रवि शंकर भारद्वाज और कुलसचिव डॉ अजय कुमार रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ऑनलाइन मोड़ में शामिल मध्यप्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा युवा वैज्ञानिक कांग्रेस के माध्यम से युवाओ को विज्ञान और तकनीकी से संबंधित हो रहे नवाचारों से सीखने और समझने के विभिन्न अवसर प्राप्त होते हैं।श्री सकलेचा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि चार दिनों के इस वैज्ञानिक कांग्रेस में युवा वैज्ञानिक, वरिष्ठ वैज्ञानिकों के ज्ञान और अनुभव से बहुत कुछ सीखकर जायेगें। उन्होंने कहा आजादी के अमृत महोत्सव का यह वर्ष हमें अपनी वैज्ञानिक परम्परा को समृद्ध करने का युगानुकूल उचित अवसर है।श्री सकलेचा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मार्गदर्शन में विज्ञान और वैज्ञानिकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
प्रत्यक्ष रूप से पधारें उदघाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि व उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो कृष्ण बिहारी पांडेय ने युवा वैज्ञानिक कांग्रेस के उदभव और विकास में मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और ग्रामोदय विश्वविद्यालय के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि इंदौर में आयोजित पहली युवा वैज्ञानिक कांग्रेस से लेकर आज तक सम्पन्न अनेक आयोजनों से मेरा जुड़ाव रहा है। सुखद अनुभव हो रहा है कि 37वी वैज्ञानिक कांग्रेस आयोजन की मेजवान महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा और संयोजक प्रो आई पी त्रिपाठी अपने अध्ययन के दौरान भी युवा वैज्ञानिक कांग्रेस से जुड़े थे औऱ आज आयोजन के मेजवान के तौर पर जुड़े हैं।प्रो पांडेय ने विज्ञान और वैज्ञानिकों से जुडी सुखद स्मृतियों को बताते हुए प्राचीन भारत के समृद्ध वैज्ञानिक परंपरा की झलकियों को अपने प्रस्तुति करण के दौरान दिखाया।
ऑनलाइन मोड़ में जुड़े विशिष्ट अतिथि और मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ अनिल कोठारी ने बताया कि विज्ञान के विद्यार्थी और विज्ञान के शोधार्थी अपनी शिक्षा, अपने अनुसंधान को कैसे गुणवत्तापूर्ण तरीके से आगे बढ़ावे, इसके लिए मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद कार्यक्रम आयोजित करता है। युवा वैज्ञानिक कांग्रेस भी इसी दृष्टि से आयोजित किया जाता है।डॉ कोठारी ने कहा हमे प्रसन्नता है कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्रा के विषय उत्साह और उनकी रूचि के कारण यह आयोजन चित्रकूट में किया जा रहा है।
प्रत्यक्ष रूप से उदघाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने कहा कि विज्ञान के चमत्कार और विज्ञान के वरदान को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। गुलामी के दिनों में विज्ञान से जुड़े मान बिंदुओं को हमारे देश से हटाने का कुप्रयास हुआ।आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में विज्ञान की उज्ज्वल परंपराओं को पुनर्जीवित करने की दिशा में सशक्त प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, छात्र- छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं कुलगीत से हुआ। प्रो आई पी त्रिपाठी समन्वयक युवा वैज्ञानिक कॉग्रेस द्वारा कराए गए अतिथि परिचय व स्वागत उदबोधन से हुआ। प्रो त्रिपाठी ने बताया कि 37वी मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस में सहभागिता के लिए आये वैज्ञानिक और विज्ञान विषय के युवा छात्र, अनुसंधानकर्ता आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे की छठी पीढ़ी के रूप में मौजूद हैं।आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे की प्रथम से छठी शिष्य पीढ़ी के क्रम में क्रमशः नील रत्न धर, आचार्य हीरा लाल निगम, आचार्य कृष्ण बिहारी पांडेय, आचार्य आईं पी त्रिपाठी और उनके विद्यार्थी व शोधकर्ता है।
डॉ रवि शंकर भारद्वाज वरिष्ठ वैज्ञानिक ने मैपकॉस्ट की शोध एवं विकास परियोजनाओ पर प्रकाश डालते हुए युवा वैज्ञानिक कांग्रेस का परिचय दिया। डॉ मनोज कुमार राठौर ने युवा वैज्ञानिक कांग्रेस के आयोजन उद्देश्य व महत्व पर प्रकाश डाला। कुलसचिव डॉ अजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।