नगर पंचायत महमूदपुर माफी रोड़ स्थित चिराग हेल्थ केयर सेंटर का मामला
रिपोर्ट : कासिम खान
मुरादाबाद : जिले में अपंजीकृत अस्पताल-क्लीनिकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इन अस्पतालों में बेधड़क मरीजों को भर्ती किया जा रहा है और झोलाछाप डॉक्टर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग तमाशबीन बना बैठा है। प्रतिदिन दिन दिल दहला देने वाले मामलें सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक घटना महमूदपुर के ईशा गढ़ तिराहे स्थित एक अपंजीकृत अस्पताल का सामने आयी। नगर पंचायत महमूदपुर माफी रोड़ स्थित चिराग हेल्थ केयर सेंटर में गुरुवार को हुई एक महिला की मौत ने झंकझोर कर रख दिया। सुनीता पत्नी अशोक का सिजेरियन झोलाछाप डॉक्टर वाजिद पाशा से संचालक अंकित ने चंद पैसों की खातिर करा डाला। यहां तक की नशे का इंजेक्शन भी झोलाछाप द्वारा दिया गया।सूत्रों से जानकारी मिली कि इस झोलाछाप डॉक्टर का ताजपुर माफी में गोल्डन नर्सिंग होम के नाम से अस्पताल है जो अपंजीकृत है। मृतका गांव रहटौल की बताई जा रही है। हालांकि परिजनों ने शव को अस्पताल के बाहर रखकर घंटों तक हंगामा किया। लेकिन संचालक और झोलाछाप महिला भाग निकले। संचालक से जब इस संबंध पर बातचीत हुई तो मालूम हुआ कि चिराग हेल्थ केयर का रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय में नहीं है लेकिन आप्रेशन कक्ष बना है। हंगामा बढ़ता देखकर एक नेता ने ताला अस्पताल पर लगवा दिया। ताकि तोड़फोड़ भीड़ न कर सके। बाद में दोनों पक्षों को बैठाकर फैसला भी करवा दिया। सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन अपंजीकृत अस्पताल को सील नहीं कर सकी। जैसे ही टीम की सूचना सोशल मीडिया पर फैली तो आनन-फानन में अपंजीकृत अस्पताल, पैथोलॉजी और क्लीनिकों पर ताले संचालकों द्वारा लगा दिए गये। राग हेल्थ करआनन-फानन में अपंजीकृत अस्पताल, पैथोलॉजी और क्लीनिकों पर ताले संचालकों द्वारा लगा दिए गये। इस अपंजीकृत चिराग हेल्थ केयर सेंटर पर विभिन्न बीमारियों का इलाज झोलाछाप डाक्टर और उसकी मंगेतर शशि सागर नामक युवती करती है। सूत्रों से मालूम हुआ कि यहां बड़े पैमाने पर भ्रूण हत्याएं भी होती है। यदि कोई आप्रेशन होता है तो राजकुमार और वाजिद को बुलाया जाता है जो बेधड़क होकर चीरफाड़ करते हैं।